देश की सुरक्षा में लगा दी जान की बाजी, जिसकी ये कीमत चुका रहा शहीद का परिवार(Video)

9/25/2018 10:45:28 AM

सोनीपत(पवन राठी): देश की सुरक्षा में तैनात हमारे जवान अपनी जान की बाजी लगाने से कभी भी पीछे नहीं हटते और हंसते -हंसते शहीद हो जाते हैं। वही परिजन भी इसे गर्व की बात बताते हैं। लेकिन जब देश की शहादत पर कुर्बानी देने वाले हमारे जवान के परिवार की अनदेखी हो तो हालात कैसे होंगे। ऐसा ही नजारा सोनीपत के गांव थाना कलां में ही देखने को मिला। 9 साल पहले छत्तीसगढ़ के में उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ में सीआरपीएफ में बतौर सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात जवान जयपाल शहीद हो गए।

जयपाल के परिजनों ने सरकार पर अनदेखी के आरोप लगाए हैं और कहा कि सरकार ने अभी तक उनकी कोई आर्थिक मदद नहीं की है और ना ही कोई नौकरी दी है। शहीद का परिवार पिछले 9 साल से मंत्री और अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है। ताकि उनकी कोई मदद की जा सके। जिसके बाद परिजन अब राष्ट्रपति मेडल तक को वापस लौटाने की तैयारी कर रहे हैं। इस मामले में जब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से बात की गई तो वह कोई कमी होने की बात कहकर पल्ला झाड़ गए। इस बारे में जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल से पूछा गया तो उन्होंने एक सदस्य को नौकरी देने का आश्वासन दिया है।

शहीद जयपाल के पिता लालचंद भी शहीद हुए थे। आपको बता दें कि जयपाल के पिता लालचंद 1980 में सीआरपीएफ में तैनात थे और शहीद हुए थे उसी के स्थान पर उनके बेटे जयपाल ने जॉइनिंग की थी। जिसके बाद 2009 में छत्तीसगढ़ में उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान जयपाल भी शहीद हो गए। जिसके बाद से ही परिवार मदद के लिए सभी अधिकारियों और मंत्रियों के पास जा चुका है। शहीद की पत्नी ने कहा कि जिस समय उनके पति शहीद हुए थे तो सरकार ने उन्हें आर्थिक मदद और नौकरी की बात कही थी। लेकिन ना नौकरी और ना आर्थिक मदद दी गई।  

जहां पूर्व मुख्यमंत्री अपने आप से पल्ला झाड़कर सरकार पर बात डाल गए। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री खट्टर ने शहीद के परिवार को नौकरी देने की बात कही है। फिलहाल देखना यही होगा कि अब इस परिवार को नौकरी कब तक मिल पाती है या यह परिवार ऐसे ही मंत्रियों और अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर लगाता रहेगा ।

Rakhi Yadav