हुडा मल्टीपल प्लाट आबंटन घोटाला मामला, पूर्व आर्मी चीफ की बेटी का नाम आया सामने

6/27/2018 7:38:06 AM

चंडीगढ़(बृजेन्द्र): हरियाणा अर्बन डिवैल्पमैंट अथॉरिटी (हुडा) मल्टीपल प्लाट आबंटन घोटाला मामले में ऑप्रेशन ब्लू स्टार को लीड करने वाले पूर्व आर्मी चीफ जनरल अरुण श्रीधर वैद्य की बेटी ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में एक अर्जी दायर की है। वैद्य की बेटी तरिणी वैद्य ने कहा है कि घोटाले में उनका नाम अनावश्यक तरीके से घसीटा जा रहा है। तरिणी ने इस घोटाले में उन्हें फंसाए जाने के विवाद पर विराम लगाने के लिए खुद को मामले में पार्टी बनाए जाने की मांग की है। 

पार्टी बनाए जाने की इस अर्जी पर हाईकोर्ट ने नोटिस जारी कर हरियाणा सरकार से उसका जवाब मांगा है। तरिणी ने कहा है कि वह और उनके पिता दोनों अलग-अलग हैं तथा दोनों को अलग-अलग समय पर प्लाट अलॉट हुए थे। वर्ष 1986 में जब उन्हें प्लाट अलॉट हुआ तो वह 22 वर्ष की थी व एक टॉप मल्टीनैशनल बैंक में कार्यरत थी। उनके अलग से स्वतंत्र कमाई और फंड थे। वह अपने खुद के पैसों से प्लाट लेने के लिए सक्षम थी। वह अपने पिता पर निर्भर नहीं थी। ऐसे में यह डबल अलॉटमैंट का मामला नहीं बनता व न ही आश्रित की या किसी अन्य श्रेणी में आता है। 

तरिणी ने दावा किया है कि हुडा ने इस बात को स्वीकारा था कि वह दोनों पिता-पुत्री हैं, फिर भी उनका नाम अलॉटीज की सूची में रखा गया। तरिणी ने कहा कि जब उन्होंने प्लाट के लिए आवेदन किया तो वह कमा रही थीं। उन्हें व उनके पिता को प्लाट अलॉट होने के समय में 10 वर्ष का अंतराल था। हुडा ने इससे पहले हाईकोर्ट में पति-पत्नी को हुई डबल अलॉटमैंट मामले में स्टेटस रिपोर्ट पेश की थी। तरिणी का नाम उनके पिता स्व. अरुण एस. वैद्य के साथ दर्शाया गया था जिसमें अरुण वैद्य को प्लाट 1976 में अलॉट हुआ दर्शाया गया था जबकि तरिणी को 1986 में। तरिणी के मुताबिक घोटाले में उनका नाम उछालना काफी पीड़ाजनक रहा है जबकि डबल अलॉटमैंट नहीं हुई है और न ही नियमों के खिलाफ है।
 
 
 

Rakhi Yadav