बच्चों के एडमिशन में भरे जा रहे मिस फार्म से अभिभावक परेशान, स्कूलों ने बताया जरूरी(video)

4/11/2018 5:29:17 PM

अंबाला(अमन कपूर): स्कूलों द्वारा छात्रों की एडमिशन के लिए MIS फार्म भरवाया जा रहा है, जिसमें 100 कालम दिए गए हैं, इनमें से कुछ कालम ऐसे हैं जिसको लेकर अभिभावक एतराज जता रहे हैं और इन्हें अनुपयोगी बता रहे हैं। दूसरी तरफ स्कूल इस फार्म को भरवाना मजबूरी मान रहे हैं तो जिला शिक्षा विभाग भी ऊपरी आदेश मान रहा है। 

स्कूलों में नई एडमिशन के लिए भरवाए जा रहे MIS फार्म में 100 कालम हैं, जिन्हें अभिभावकों को भरना है। इसमें बैंक डिटेल, पैन से लेकर अपना व्यवसाय, जाति व कैटेगिरी के साथ यह भी क्लियर करना होगा कि कहीं आपके बच्चे को जेनेटिक डिसआर्डर तो नहीं है। बच्चों के एडमिशन के लिए इस फार्म को अभिभावक मजबूरी में भर रहे हैं। इन कालमों में भले ही आप इन्हें गलत जानकारी भर दें इसका कोई प्रमाण आपको नहीं देना है, ऐसे में सवाल यही उठता है कि इस फार्म के मायने क्या हैं ? अभिभावकों को इनमे से कई बिंदुओं पर एतराज है। उनका कहना है कि वो स्कूल में बच्चों पढ़ाने के लिए भेज रहे हैं, खुद की डिटेल देने नहीं और कुछ कालम ऐसे हैं जिनका बच्चों से कोई लेना देना नही है। 

इस फार्म को भरवाना स्कूलों के लिए जरूरी किया गया है, और MIS के तहत स्कूलों को विभाग के साथ रजिस्टर होना पड़ता है। जिसके अंतर्गत यह फार्म ऑनलाइन मिलता है। और इन्हें भरवाना पड़ता है व स्कूल आनलाइन इन्हें MIS की साईट पर अपलोड करते हैं। स्कूलों का कहना है कि वो सरकारी आदेशों की पालना कर रहे हैं। उन्होने कहा कि अगर कोई फार्म में डिटेल गलत भर देगा तो इसका जिम्मेदार कौन होगा क्यूंकि अभिभावक कुछ कालम ऐसे हैं जिन्हें गलत ही भरते हैं। 

इसको लेकर जिला शिक्षा विभाग का कहना है कि यह आइकन्स उपर से विभाग ने ही भेजे हैं इस फार्म को भरने के बाद छात्र विभाग के साथ अटैच हो जाते हैं छात्रों का रिकार्ड  स्कूल व विभाग के पास आ जाता है। बच्चे के एक स्कूल से दूसरे स्कूल जाने पर दिक्कत नहीं आती।

Shivam