बदलाव : चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में शुरू हुआ नई शुरूआत का सिलसिला

12/28/2019 3:54:59 PM

सिरसा(भारद्वाज): चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में शुक्रवार को जहां जींद के वी.सी. डा. आर.बी. सोलंकी ने अपना कार्यभार संभाला तो वहीं इसके साथ ही ‘नई शुरूआत’ का सिलसिला भी शुरू हो गया है। इसके तहत अब उन लगभग सभी लोगों को ‘एडजस्ट’ करने की कवायद को अंजाम दिया जाने लगा है जो प्रो. विजय कायत के कार्यकाल में कहीं न कहीं साइड में थे। इसी की बानगी है कि आज नए वी.सी. डा. सोलंकी ने तत्कालीन वी.सी. प्रो. कायत के चहेते रहे राजकुमार सिवाच को ओ.एस.डी. पद से मुक्त कर दिया।

इसके अलावा कई अन्य फैसलों को भी लागू किया गया। गौरतलब है कि प्रो. विजय कायत का बतौर वी.सी. कार्यकाल बीती 23 दिसम्बर को खत्म हो गया और वे यहां से रिलीव होकर चले गए हैं। उनके कार्यकाल में प्रो. राजकुमार सिवाच को न केवल प्रभावी पदों पर नियुक्तियां मिली बल्कि उन्हें प्रो. विजय कायत ने अपना ओ.एस.डी. भी नियुक्त किया था। सूत्रों के अनुसार 23 दिसम्बर को अपने कार्यकाल के आखिरी दिन प्रो. विजय कायत ने कई ऐसे निर्णयों को लेकर फाइल भी चला दी जिसका मुद्दा आज नए वी.सी. के सामने उठा भी।

बताया गया है कि प्रो. विजय कायत ने बतौर वी.सी. कई प्रोफैसरों को पद सौंप दिए थे मगर ये प्रोफैसर इन पदों पर अपनी सेवाएं नहीं देना चाहते थे। ऐसे हुआ बदलाव शुक्रवार को जैसे ही जींद विश्वविद्यालय के वी.सी. डा. आर.बी. सोलंकी ने अतिरिक्त मिले चार्ज के तौर पर जब चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में पदभार ग्रहण किया तो उसके साथ ही कई बदलाव देखने को मिले। इसी की बानगी है कि प्रो. विजय कायत द्वारा लिए गए निर्णयों पर जहां ‘इरेजर’ का इस्तेमाल किया तो वहीं उन नियमों को और प्रभावी करने की कोशिश की गई जो उस ‘काल’ में शून्य थी।

इसी की बानगी है कि आज सबसे पहले प्रो. विजय कायत के ओ.एस.डी. रहे प्रो. राजकुमार सिवाच को तुरंत प्रभाव से इस पद से हटाने का निर्णय लिया। इसी प्रकार कई निर्णयों से संबंधित फाइल को भी साइड में कर दिया गया। इसके अतिरिक्त रजिस्ट्रार डा. राकेश वधवा की वित्तीय शक्तियों को बहाल करने के साथ साथ उनकी गाड़ी भी उन्हें अलॉट कर दी गई। सहायक रजिस्ट्रार प्रो. कुलदीप को वी.सी. ऑफिस में शिफ्ट कर दिया गया है।

Edited By

vinod kumar