सरकारी नोटिस देने के बावजूद सरपंच ने नहीं दिया जवाब, निलम्बित (Video)

12/4/2018 4:32:38 PM

पानीपत(अनिल कुमार): गांव ब्राह्मण माजरा के सरपंच को गलत व झूठा मेडिकल प्रमाण पत्र थमाकर अपना बचाव करने की कोशिश व् महाराणा के सरपंच को पंचायत के पैसों का दुरुपयोग करने के कारण निलम्बित कर दिया गया है। उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने बताया कि सरपंच वेदप्रकाश को प्रदेश के अतिरिक्त मुख्यसचिव विकास एवं पंचायत विभाग(चण्डीगढ़) ने बुलाया था। लेकिन सरपंच निर्धारित समय पर उनके कार्यालय में हाजिर नही हुआ और सरपंच ने 29 अगस्त 2018 से 04 अक्तूबर 2018 तक का मेडिकल रेस्ट का प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया।



इस पर उपायुक्त को शक हुआ तो उन्होंने इस मेडिकल प्रमाण पत्र की जांच करवाई। जांच करवाने पर ज्ञात हुआ कि सरपंच 24 सितम्बर 2018 ओपीडी में गया था और उसने 24 का 29 तथा 9 का 8 बना लिया। इस पर शक के आधार पर डीसी ने डाक्टरों से पूछताछ की तो सभी तथ्य सामने आ गए।



इन्हीं तथ्यों पर कार्यवाही करते हुए सरपंच के खिलाफ जिला प्रशासन को झूठा चिकित्सा प्रमाण पत्र देने और समय पर प्रदेश के अतिरिक्त मुख्यसचिव विकास एवं पंचायत विभाग (चण्डीगढ़) कार्यालय में ना पंहुचने पर तथा एक जिम्मेदार डाक्टर के प्रमाण पत्र के साथ छेड़छाड़ करने के कारण निलम्बित कर दिया है।



महाराणा के सरपंच नवीन को भी उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने पंचायत के 6 लाख 50 हजार रूपये का अपने काम पर खर्च करने पर निलंबित कर दिया गया हैं। उन्होंने बताया कि पंचायत के पैसे से निजी गली का निर्माण करवाया गया। बार-बार सरकारी नोटिस देने के बावजूद सरपंच ने कोई जवाब नहीं दिया। इसलिए सरकारी पत्र की अवहेलना करने पर उसे निलंबित किया गया।

Rakhi Yadav