Business में घाटा पड़ने पर पढ़े-लिखे युवाओं ने अपनाया शोर्टकट का रास्ता, गिरफ्तार

3/21/2017 4:39:12 PM

फरीदाबाद (अनिल राठी):फरीदाबाद कोतवाली थाना पुलिस ने छह ऐसे शातिर ठगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है जो 20 % सोने के मिलावटी जेवर बनाकर गोल्ड लोन संस्थानों को पिछले कई महीनों से लाखो का चूना लगा चुके हैं। पकडे़ गए जायदातर आरोपी BA , BBA  और B-COM तक पढ़े हुए हैं। इन आरोपियों में से पांच आरोपी फतेहाबाद के रहने वाले हैं, जबकि मास्टरमाइंड आरोपी सुरेंदर गुरुग्राम का रहने वाला है। 

व्यापार में भारी घाटा होने के चलते इन आरोपियों ने अपना गिरोह गठित किया और फतेहाबाद के एक ज्वेलर राजेश को शामिल किया जो 20 % सोना और बाकी अन्य मेटल मिलाकर जेवर तैयार करता था। जिसे यह लोग नकली आई डी प्रूफ के द्वारा गोल्ड लोन संस्थानों के पास गिरवी रखकर मोटी रकम लेकर चम्पत हो जाते थे। जब यह आरोपी कोतवाली क्षेत्र के मणप्पुरम गोल्ड लोन बैंक के पास एक बार फिर से नकली सोना रखकर रूपये लेने आये तो सूचना के आधार पर पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार यह आरोपी प्रदेश के आधा दर्जन जिलो में ठगी कर चुके हैं। 


पुलिस की गिरफ्त में दिखाई दे रहे यह सभी पढ़े लिखे शातिर आरोपी हैं जिन्होंने अपनी पढ़ाई लिखाई का उपयोग शार्टकट रास्ते से पैसा कमाने में किया, लेकिन आखिरकार वह पुलिस के हत्थे चढ़ ही गए। पकडे़ गए सभी आरोपी अच्छे परिवारों से बताये जा रहे हैं। जिनमे पांच आरोपी फतेहाबाद के हैं, जबकि मास्टर माइंड सुरेंदर गुरुग्राम का रहने वाला है। थाना अध्यक्ष सुरेश भड़ाना ने खुलासा करते हुए बताया की धंधे में घाटा होने के कारण गुरुग्राम के BBA की पढ़ाई कर चुके मास्टरमाइंड सुरेंद्र ने शार्टकट रस्ते से पैसा कमाने का प्लान बनाया जिसमे उसने फतेहाबाद के ज्वेलर राजेश और उसके चार अन्य साथियो को शामिल किया। 

पुलिस के अनुसार राजेश 20 % सोना और बाकी 80 % अन्य मेटल डालकर जेवर तैयार करता था और फतेहाबाद का ही वीरेंद्र कंप्यूटर द्वारा नकली आईडी तैयार करता था और फतेहाबाद के रहने वाले इनके साथी दीपक, अमन और राकेश इनका सहयोग करते थे।  एसएचओ ने बताया की 15 मार्च को यह लोग मणप्पुरम गोल्ड लोन बैंक पर पहुंचे और नकली आईडी प्रूफ जमा करवाकर जेवर गिरवी रखे और पैसे लेकर चले गए। बाद में जब उन्हें पता चला की जमा करवाये गए जवेरों में सिर्फ 20 % सोना है तो उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी लेकिन इत्तेफाक से कुछ दिनों बाद यह आरोपी एक बार फिर जेवर लेकर यहां पहुंचे जिन्हें सूचना के आधार पर गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ पर इन आरोपियों ने प्रदेश के आधा दर्जन जिलो में ठगी करने की बात कबूली है। हालांकि अब पकडे़ जाने के बाद सभी आरोपी अपने किए पर पछता रहे हैं।