सत्ताधारी नेता से गुहार के बाद भी नहीं सुधरे गोल्डन पार्क के हालात
7/8/2019 9:11:48 AM
अम्बाला छावनी (हरिंद्र): मंत्री से लेकर संतरी तक गुहार लगाने के बाद जनस्वास्थ्य विभाग गोल्डन पार्क निवासियों की पानी की समस्या को दूर नहीं कर पाया तो दूसरी तरफ राम नगरवासी डायलिसिस के मरीज ने खुद के खर्च पर पानी की पाइप लाइन दुरुस्त करवाई। स्थानीय निवासियों के दुख को सांझा करने पहुंची अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव चित्रा सरवारा ने बताया कि शहर के सौंदर्यीकरण से कहीं ज्यादा आवश्यकता पानी-बिजली की है लेकिन नेताओं और विभागीय अधिकारियों से गुहार लगाने के बाद भी समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है।
हरियाणा सरकार गांव-गांव, गली-गली बिजली-पानी पहुंचाने के बड़े-बड़े दावे कर रही है। हालात ये हैं कि शहरी इलाके में ही सरकार व जनस्वास्थ्य विभाग पानी की पूॢत करने में नाकामयाब हो रहा है। छावनी के वार्ड नंबर-14 स्थित गोल्डन पार्क में पानी की समस्या से जूझ रहे लोगों के बीच पहुंचकर अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव चित्रा सरवारा ने उनकी समस्या को सुना और कहा कि बिजली-पानी की समस्या विकराल रूप लेती जा रही है, इससे जनता की परेशानियां भी बढ़ती जा रही हैं। शहर में रोजाना ही कहीं न कहीं बिजली-पानी को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं।
आश्वासनों के सहारे समस्या दूर करने की योजना
पानी की समस्या के हालात सिर्फ गोल्डन पार्क में ही नहीं हैं। ऐसे ही हालात रामनगर स्थित आंगनबाड़ी केंद्र की गली में भी देखने को मिले थे। भाजपा के कर्मठ कार्यकत्र्ता की बार-बार की गुहार के बाद भी एस.डी.ओ. व जे.ई. जनस्वास्थ्य विभाग ने मौके का मुआयना नहीं किया। सिर्फ आश्वासनों के सहारे समस्या दूर करने की योजना जारी रही। आखिरकार डायलिसिस की समस्या से जूझ रहे वरिष्ठ नागरिक ने खुद के पैसों से ही पानी की पाइप लाइन दुरुस्त करवाई।
अधिकारियों का लापरवाह रवैया बना लोगों के लिए मुसीबत
विभागीय अधिकारियों का लापरवाह रवैया स्थानीय निवासियों के लिए एक बड़ी मुसीबत बनता जा रहा है। अब तो विभागीय अधिकारी भी ऐसे हो गए हैं कि जब तक मंत्री की कोठी से फोन नहीं आता तब तक वे काम ही शुरू नहीं करते अगर गलती से कोई उन्हें समस्या की जानकारी दे भी दे तो वह टाल-मटोल या फिर काम का अतिरिक्त दबाव बताकर समस्या का समाधान करने में आनाकानी करते हैं।
पानी के नाम पर वसूली कर रहा निगम
गोल्डन पार्क वासियों का आरोप था कि नगर निगम के अधिकारी पानी तो दे नहीं रहे हैं, उलटा पानी के नाम पर वसूली कर रहे हैं। कालोनीवासियों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि शहरी सौंदर्यीकरण से कहीं ज्यादा आवश्यक पानी व्यवस्था है परंतु विभाग के अनेक अधिकारियों व सत्ताधारी दल के कई नेताओं से मिलने के बावजूद इस समस्या का कोई समाधान नहीं निकला। अब लोगों ने इसे लेकर बैनर भी लगा दिया है। लोगों का कहना था कि इनके क्षेत्र में पानी की काफ ी समस्या है। कई क्षेत्रों में नल कनैक्शन नहीं हैं। इसके बावजूद निगम द्वारा बिल भेजे जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि उनके क्षेत्र में जब तक पानी की समस्या दूर नहीं हो जाती, न.नि. रोजाना टैंकर भेजे। इसके अलावा जिनके यहां नल कनैक्शन नहीं हैं, उनके बिल निरस्त किए जाएं। गौरतलब है की सरकार द्वारा पानी के बिलों में बढ़ौतरी के विरोध में चित्रा सरवारा ने गत दिनों भी आवाज उठाई थी।