जमींदार का बेटा शादी का झांसा दे मिटाता रहा हवस, गर्भवती हुई तो झाड़ा पला

4/13/2017 6:44:30 PM

यमुनानगर (सुमित ओबेरॉय):गांव कैल की 20 वर्षीय युवती खुशी (काल्पनिक नाम) की जिंदगी बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रिटी जिंटा की फिल्म “क्या कहना” से हूबहूमिलती जुलती है। खुशी की जिंदगी की सारी खुशियों को गांव के ही एक जमीनदार के बेटे की काली नजर लग गई है। खुशी कुंवारी है मगर इसे नौवा महीना लगा हुआ है और किसी भी वक्त यह मां बन सकती है। इसका दावा है कि इसके पेट में गांव के ही जमीनदार अमित और इसके प्यार की निशानी पल रही है। इसकी माने तो जमीनदार के खेत इसके घर के पास हैं लिहाजा वह हर रोज वहां आता जाता था। इसी दौरान वह दोनों एक दूसरे को पंसद करने लगे। लेकिन अमित के गंदें दिमाग में तो कुछ और ही पक रहा था। उसने खुशी की भावनाओं का फायदा उठाकर इसके साथ जबरदस्ती करनी शुरू कर दी। खुशी जब एतराज करती तो वो इसे जल्द शादी करने की बात बोलकर चुप करवा देता।

पीड़िता ने बताया कि इसी बीच वह गर्भवती हो गई और जब उसने यह जानकारी अमित को दी तो उसने फिर से उसे यही दौहराया कि घबराओं मत वह बहुत जल्द उसे दुल्हन बनाकर डोली में अपने घर ले जाएगा। आरोपी को पता था कि खुशी का गरीब मजदूर पिता अपने घर की छत बनाने के लिए बेटी के पास पैसे जोड़ रहा है। लिहाजा उसने शादी करने के लिए खुशी के आगे 30 हजार रूपए की शर्त रख दी। खुशी ने भी अपने घर से चोरी 30 हजार रूपए अमित को सौंप दिए। फिर क्या था तन-मन और धन लूटने के बाद अमित ने इसे नीच जात की बोलकर इससे अपना पल्ला झाड़ लिया। खुशी इंसाफ के लिए पुलिस के पास गई लेकिन इसे दुख है कि 15 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने कोई ठोस जनक कार्रवाई नहीं की है।

किसी को बताने पर दी परिजनों को मारने की धमकी
खुशी के परिजनों की माने तो अमित शुरू से ही खुशी पर गंदी नजर रखता था। अपनी हवस पूरी करने के लिए ही उसने उनकी बेटी को धोखे से इस्तेमाल किया है। खुशी के दादा और पिता को जबसे इस बात का पता चला है वह भी बेहद सदमे में है। उन्होंने बताया कि अमित शादी का झांसा देकर उनकी बच्ची के साथ बलात्कार करता रहा और जब तक उन्हें कुछ पता चलता तब तक खुशी उसके बच्चे की मां बनने वाली हो गई। परिजनों ने बताया कि अमित ने खुशी को धमकी भी दी थी कि अगर उसने यह बात किसी को बताई तो वह इसके भाई और पिता की हत्या कर देगा। जिस कारण खुशी बिना किसी को अपना दर्द बताएं अंदर ही अंदर घुटती रही। इसके बाद खुशी के दादा खुशी को लेकर पुलिस अधिकारियों के पास पहुंचे और आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी।

गिरफ्तार करने से हिचकचा रही है पुलिस
खुशी के दादा ने बताया कि पुलिस के बड़े अधिकारियों ने मामला तो दर्ज करवा दिया लेकिन आरोपी का रसूक उंचां होने के कारण एसएचओ उसके कॉलर पर हाथ डालने से हिचकचा रहें है। यहीं नहीं वह जब भी उन्हें फोन कर अमित की लोकेशन बताते है वह उलटा उन्हें ही उसे पकड़ने की हिदायत दे देते हैं। खुशी के दादा बूढापे में साईकल से कार सवार अमित को कैसे पकड़े यही सोचकर वह मन मसोस कर रह जाते हैं। खुशी के परिजनों को दुख है कि पुलिस अपना काम इमानदारी से नहीं कर रही।

पीएम मोदी को पत्र लिखेगी पीड़ीता
खुशी को दुख है तो बस इस बात का कि अमित ने उसकी और उसके गर्भ में पलने वाले बच्चे के साथ-साथ उसके पूरे परिवार की जिंदगी भी तबाह कर दी है। अब वह पीएम मोदी को पत्र लिखकर पूछेंगी की कहां गया। वह नारा जिसमें बेटी बचाने की बात बोली जाती है वह भी इसी देश की बेटी है उसे और उसके अजन्में बच्चे को इंसाफ क्यों नहीं मिल रहा है..?

एसपी यमुनानगर का कहना है कि उनके सज्ञांन में यह मामला अभी आया है। महिला डीएसपी ने इसकी जिम्मेदारी एसएचओ सदर जगाधरी को सौंपी हुई है। एसपी ने कहा कि कई बार कार्रवाई में देरी होने के कुछ और भी कारण होते हैं लेकिन शिकायतकर्ता को लगता है कि पुलिस और आरोपी में मिली भगत हो चुकी है। एसपी राजेश कालिया ने दावा किया कि वह खुद इस मामले में आरोपी की गिरफ्तारी में हुई देरी का पता करवा रहें है।