पलवल में कोरोना की रफ्तार हुई कम, रोजाना होने वाली मौतों की संख्या घटी

5/17/2021 5:25:35 PM

पलवल (दिनेश): जिले में कोरोना की रफ्तार धीरे-धीरे कम हो रही है। जहां पहले औसतन करीब 8 से 10 मरीजों की मौत रोजाना हो रही थी। वहीं अब यह आंकड़ा 2 पर पहुंच गया है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग व नगर परिषद के कर्मचारियों ने थोड़ी राहत की सांस ली है।

कोरोना महामारी के कोहराम से जहां बड़े-बड़े शहरों में भारी संख्या में लोगों ने अपनी जान गवाई। वहीं पलवल जैसे छोटे शहर में भी कोरोना का कोहराम देखने को मिला। एक वक्त ऐसा आया था जब पलवल में कोरोना से रोजाना करीब 8 से 10 मौतें हो रही थी। उस समय स्वास्थ्य विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि किस तरह से मरीजों को सुविधा प्रदान की जाए और कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को रोका जाए। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सैंपलिंग की प्रक्रिया में भी तेजी लाई गई। 

शहर में आज कोरोना की रफ्तार धीमी पड़ती दिखाई दे रही है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग व नगर परिषद के कर्मचारियों ने थोड़ी राहत की सांस ली है। पलवल के नागरिक अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड में तैनात डॉक्टरों व नर्सिंग स्टाफ अपनी जान जोखिम में डालकर दिन-रात कोरोना मरीजों के इलाज व उनकी देखरेख में लगा हुआ है। 

शवों का अंतिम संस्कार कराने के लिए नगर परिषद की तरफ से नियुक्त किए गए कर्मचारी सत्य नारायण ने बताया कि एक सप्ताह पहले प्रतिदिन यहां पर करीब 8-10 शव ऐसे आए, जिनकी मौत कोरोना की वजह से हुई थी। लेकिन अब रोजाना यहां एक या दो ही ऐसे शव आ रहे हैं। जिनकी कोरोना से मौत हो रही है। 

उन्होंने कहा कि अंतिम संस्कार के लिए पार्यप्त मात्रा में सामग्री नगर परिषद की तरफ से उपलब्ध है। फिर भी कुछ परिजन संस्कार की सामग्री अपने साथ ला रहे हैं। नारायण ने कहा कि पहले कई शव एक साथ आ जाते थे। जिसकी वजह से श्मशान घाट में जगह भी नहीं बचती थी और टीन शैड से बाहर शवों का अंतिम संस्कार करना पड़ता था। लेकिन पिछले एक सप्ताह से उन्होंने थोड़ी राहत की सांस ली है।

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vinod kumar