छात्रों को बेंचते थे नशीला पदार्थ, किया काबू

1/19/2020 11:10:59 AM

फरीदाबाद (महावीर गोयल): शहर के नौजवानों की नसों में नशा फैल रहा है। स्कूल-कॉलेज के छात्र नशे के दलदल में फंसते जा रहे हैं। ऐसे में जिला पुलिस ने नशे का कारोबार करने वालों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में क्राइम ब्रांच सैक्टर-30 की टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने नशे का व्यापार करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है तथा तलाशी के दौरान उनके पास से 3 किलो 30 ग्राम चरस भी बरामद की है। दोनों आरोपियों को अदालत पेश कर 5 दिन का पुलिस रिमाण्ड लिया गया है।  

नशे का कारोबार दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। विशेष रूप से नशे का कारोबार करने वाले लोगों के चंगुल में युवा वर्ग फंसता जा रहा है। पान-खोखों से लेकर टैक्सी स्टैंड तक नशा बेखौफ बेचा जा रहा है। वहीं स्कूल व कॉलेज के छात्र भी नशे की गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं। इसका खुलासा क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पूछताछ में भी किया है। केके राव पुलिस आयुक्त के आदेशानुसार व अनिल राव एसीपी क्राइम फरीदाबाद के दिशानिर्देश अनुसार क्राइम ब्रांच सैक्टर 30 की टीम  के सदस्य प्रदीप, शक्ति सिंह, सिपाही मनोज कुमार व सिपाही प्रवीण कुमार ने 17 जनवरी को मुखबिर खास की सूचना के आधार पर नीलम गोल चक्कर के पास  से दो नौजवान लड़कों को गिरफ्तार किया है। जिन्होंने अपना नाम संदीप पुत्र अमर चन्द निवासी गांव किठवाड़ी जिला पलवल व यशपाल पुत्र बुद्धि सिंह निवासी गांव सरुट थाना बंजार जिला कुल्लू हिमाचल प्रदेश बताया है।

पूछताछ पर आरोपी संदीप ने बताया कि वह पिछले कई महीनों से इस अवैध नशे के धंधे में शामिल है और उसके पास काफी नौजवान लड़के हैं जो कॉलेजों के हॉस्टल में रहते हैं उनका आना जाना लगा रहता है जिनकों वह चरस मुहैया करवाता है और चरस के बदले में मोटे दाम वसूलते हैं। आरोपी संदीप यह चरस हिमाचल प्रदेश कुल्लू से समय-समय पर मंगवाते रहते थे। आरोपी संदीप व उसका साथी यशपाल जो मूल रूप से कुल्लू हिमाचल प्रदेश का निवासी है। फरीदाबाद पुलिस के हत्थे उस टाइम चढ़ गए जब ये दोनों एक दूसरे को चरस खरीद फरोख्त कर रहे थे। पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि दोनों आरोपियों को अदालत पेश कर 5 दिन का पुलिस रिमाण्ड लिया गया है।  

लगातार बढ़ रहा है नशे का कारोबार 
हाल ही में आई रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा नशे के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर पांचवें स्थान पर पहुंच गया है, जबकि जहरीली शराब से मौत के मामले में हरियाणा तीसरे नंबर पर है। विधानसभा में भी नशे का मुद्दा उठता रहा है तथा अब सरकार ने नशे और संगठित अपराध से निपटने के लिए मकोका (महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम) की तर्ज पर हरकोका (हरियाणा संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम) लागू करने के बाद प्रदेश सरकार अब नशे पर राष्ट्रीय सर्वेक्षण की तर्ज पर राज्य सर्वेक्षण करवाने का निर्णय लिया है। 
यह सर्वेक्षण मुख्यतया तीन बिंदुओं पर आधारित होगा जिसमें नशे की सप्लाई पर रोक लगाने, नशेड़ी युवाओं के प्रबंधन एवं पुनर्वास और मादक पदार्थों की खपत में कमी लाना शामिल है। इसके लिए केंद्रीय मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम बनाया जाएगा जिस पर पुलिस, स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा शिक्षा विभाग नशे से संबंधित तमाम जानकारियां डालेंगे ताकि वास्तविक रणनीति तैयार कर इसे प्रभावशाली ढंग से लागू किया जा सके।

Isha