कोख के कातिलों को विभाग की टीम ने रंगे हाथ दबोचा

11/30/2018 10:31:13 AM

गुडग़ांव(मोहित कुमार): सरकार के प्रयासों से जहां जिले में लिंगानुपात की दरें बढ़ रही है। वहीं इसे रोकने के लिए कुछ डॉक्टर चंद पैसों के लालच में कोख में ही उन्हें दफन करने के धंधे में लगे है। वीरवार को एक बार फिर से ऐसा मामला उजागर हुआ। जिले के सिटी अस्पताल  को लेकर मिली गुप्त सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी के दौरान डॉक्टर को ग्राहक समेत रंगे हाथ दबोच लिया। इससे पूर्व सितंबर 2016 में भी इसी अस्पताल में विभाग की ओर छापेमारी की जा चुकी है। अधिकारियों के मुताबिक गुप्त सूचना के आधार पर सेक्टर 45 स्थित सिटी अस्पताल में अवैध गर्भपात का खेल चल रहा था। 



जिसकी जानकारी के बाद विभाग की ओर से 6 महीने की एक गर्भवती महिला को फर्जी ग्राहक बनाकर यहां भेजा। अस्पताल संचालक डॉक्टर आभा बंसल ने जांच व भ्रूण हत्या के लिए 40 हजार रुपये की डिमांड की। पैसे पर सहमति बनने के बाद डॉक्टर महिला को बेसमेंट लेकर गई। पहले से तैयार खड़ी विभाग की टीम ऑपरेशन थिएटर में पहुंची थी और डॉक्टर को पैसे सहित पकड़ लिया। बता दें कि इससे 2 साल पूर्व महिला डॉक्टर के पति को भी इसी मामले में रंगेहाथ पकड़ा गया था। 



पीसी पीएनडीटी टीम में डिस्ट्रिक्ट ड्रग कंट्रोलर अमनदीप चौहान, रैडक्रॉस सचिव श्याम सुंदर, पीएनडीटी के डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर नवल किशोर और महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रश्मि बुद्धिराजा मौजूद रही। ड्रग कन्ट्रोलर अमनदीप चौहान ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई थी। डॉक्टर को रंगेहाथ पकड़ लिया गया है। मामले में एमटीपी व पीसी पीएनडीटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। ज्ञात हो कि हाल में लिंगानुपात की दरों में तेजी से इजाफा हुआ है। बताया गया कि भ्रूण हत्या करने वालों के खिलाफ की गई सख्ती के बाद से कई सुधार हुए थे। 

 
 

Rakhi Yadav