कैमला के ग्रामीणों ने आंदोलनकारी किसानों का रुख मोड़ा, मिलन सारिता के रंग में दिखे विधायक कल्याण

1/8/2021 10:23:36 PM

चंडीगढ़ (धरणी): घरौंडा के गांव कैमला में शुक्रवार का दिन कई मायनों में खास था। शुक्रवार के दिन ना केवल इस गांव व आसपास के हजारों ग्रामीणों ने अपनी एकजुटता को साबित किया बल्कि ये संदेश भी दिया कि वे हर चुनौती का सामना आसानी से करने में सक्षम हैं। कैमला व आसपास के गांवों की एकता ने आज ना केवल उग्र आंदोलनकारी किसानों का रुख मोड़ा बल्कि ये भी संदेश दिया कि उनके विधायक के घर का घेराव करना भी आसान नहीं है। 

प्रदर्शनकारी हजारों किसानों के सामने आज कैमला व आसपास के हजारों ग्रामीण किसानों ने एक तरह से केंद्र सरकार के कृषि कानूनों को खुले मन से स्वीकृति दी और ये भी बताने का प्रयास किया कि वे किसी के बहकावे में आने वाले नहीं हैं। मोर्चा संभाल रहे विधायक हरविंद्र कल्याण के सुर के साथ सुर मिलाकर हजारों कैमला के ग्रामीण किसानों ने एक स्वर में कहा कि 10 जनवरी को कैमला गांव में किसान महापंचायत होगी और वे प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल का स्वागत करेंगे, क्योंकि उन्हें केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों में कोई खामी नजर नहीं आती बल्कि वे किसानों के हित में हैं लेकिन उन्हें समझने की जरूरत है।

बहुत बड़ी तादाद में किसान प्रदर्शनकारियों के सामने कैमला वआसपास के हजारों ग्रामीणों ने मोदी जिंदाबाद, मनोहरलाल जिंदाबाद के नारे भी लगाए। हजारों किसान ग्रामीणों के साथ मोर्चा संभाल रहे कैमला में 10 जनवरी यानी रविवार को होने वाली किसान महापंचायत के आयोजक विधायक हरविंद्र कल्याण ने ये साबित कर दिया कि वे अपने क्षेत्र में कितने अधिक लोकप्रिय और मजबूत विधायक हैं, ग्रामीण उनके लिए अपनी जान तक न्यौछावर करने को तैयार हैं।



शुक्रवार को एक समय ऐसा भी आया जब प्रशासन आंदोलनकारियों के सामने लचर नजर आ रहा था, प्रदर्शनकारी किसानों ने पहले तो कैमला में 10 जनवरी को होने वाली किसान महापंचायत के विरोध स्वरूप ये ऐलान किया कि वे विधायक हरविंद्र कल्याण के घर का घेराव करेंगे, लेकिन जब कैमला व आसपास के गांवों के हजारों ग्रामीण उनके निवास पर पहुंच गए और उनका निवास स्थान पुलिस छावनी में तब्दील हो गया तो आंदोलनकारी हजारों किसानों ने कैमला गांव की ओर रुख किया।

आंदोलनकारी हजारों किसानों के कैमला किसान महापंचायत स्थल पर आने की सूचना मिलते ही कैमला व आसपास के हजारों ग्रामीण किसानों के साथ विधायक हरविंद्र कल्याण उनके साथ चल पड़े। मौके पर प्रदर्शनकारी किसानों व कैमला के ग्रामीण किसानों के बीच तीखी नोंक-झोंक भी हुई। कैमला के ग्रामीण किसानों ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल मे विश्वास जताते हुए आंदोलनकारी किसानों से दो टूक कहा कि कैमला में 10 जनवरी को धार्मिक स्थल पर किसान महापंचायत हो रही है और वे अपने गांव में होने वाले मुख्यमंत्री मनोहरलाल के कार्यक्रम में किसी भी तरह का खलल बर्दाश्त नहीं करेंगे।

असल में आंदोलनकारी किसानों को इस बात का अंदाजा नहीं था कि विधायक हरविंद्र कल्याण के साथ हजारों के साथ हजारों किसान अपनी जान की बाजी लगाने से भी नहीं चूकेंगे। विधायक हरविंद्र कल्याण ने अपनी चिरपरिचित शालीन व सौम्य शैली का परिचय देते हुए सभी से सयंम बरतने की अपील की और आंदोलनकारी किसानों से कहा कि आप भी हमारे भाई हैं, वे अंत तक कैमला के ग्रामीण किसानों के साथ मोर्च पर मजबूती से डटे रहे।

Shivam