फिर सामने आई बिजली विभाग की लापरवाही, बिल देख उड़े उपभोक्ता के होश

1/10/2018 3:01:39 PM

कैथल(जोगिन्दर कुण्डू):हरियाणा के कैथल से बिजली विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। निगम ने एक उपभोक्ता के घर का बिल 5 लाख 52 हजार 45 रुपए भेजा है जबकि दो महीने पहले का बिल पांच हजार के करीब आया था। बिल के मीटर में एक महीने की 79 हजार 766 रीडिंग देखकर उपभोक्ता के होश उड़ गए। वहीं, बिजली विभाग के एसडीओ मनोज कुंडू का कहना है कि ये कुछ टेक्निकल गलती है जिसको जल्द ही ठीक कर दिया जाएगा।

कैथल के बालाजी कालोनी में रहने वाले सतबीर सिंह ने बताया कि दो माह से उसके घर में लगे हुए मीटर का बिल नहीं आया था। वो बिल भरने के लिए पेटीेएम का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन जब उन्होंने बिल को देखा तो बिल की भारी-भरकम राशि को देख वह हैरान रह गए। उपभोक्ता ने बताया कि वह इतना ज्यादा बिल देखकर उसे निकलवाने कार्यालय पहुंचा। निकाली गई बिल की पर्ची को जब उन्होंने देखा तो उसमें पांच लाख 52 हजार 45 रुपये की राशि थी।


कर्मचारियों की लापरवाही से भरना पड़ता है जुर्माना
उपभोक्ता ने बताया कि विद्युत निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों हर बार ऐसी ही लापरवाही है। पिछले दो महीने से उपभोक्ताओं के घर बिल नहीं भेजे जा रहे हैं। जिसकी वजह से वो समय पर बिल नहीं भर पाते और उन्हें इसका जुर्माना भरना पड़ता है। जब लोगों के पास बिल ही नहीं पहुंच रहे तो जुर्माना राशि उपभोक्ता से क्यों वसूली जा रही है।

गलत बिल को ठीक करवाने के लिए पहुंच रहे कार्यालय
इन दिनों अपने गलत बिलों को ठीक करवाने के लिए उपभोक्ता लगातार बिजली निगम कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि बिल दो माह से नहीं भेजे जा रहे हैं। बिल की राशि जमा करवाने के लिए लोग बिल निकलवा रहे हैं तो राशि कई गुणा दी जा रही है। जिसकी वजह से लोगों में बिजली निगम के प्रति काफी रोष देखने को मिल रहा है। वहीं बिल ठीक करने के नाम पर लोगों को सिर्फ बहकाया जा रहा है, ठीक नहीं किया जा रहा।

क्या कहते हैं अधिकारी
भारी-भरकम बिल की राशि को देखकर जब उपभोक्ता ने बिजली कर्मचारियों के बात की तो उन्होंने कहा कि यह गलती से हुआ है। कभी -कभी कुछ टेक्निकल प्रॉब्लम की वजह से ऐसा हो जाता है। इसे जल्द ही ठीक कर दिया जाएगा।