हरियाणा में नहीं हैं उद्योगों की जरूरत के 75% स्थानीय वर्कर, सरकार से मिलेगा उद्योगपतियों का संगठन

1/7/2022 4:01:42 PM

झज्जर (प्रवीण धनखड़): झज्जर जिले के उद्योगपतियों ने कन्फेडरेशन ऑफ बहादुरगढ़ इंडस्ट्रीज के नाम से उद्योगों का एक नया संगठन तैयार किया है। जिले भर के 19 औद्योगिक क्षेत्रों के उद्योगपतियों को मिलाकर यह संगठन तैयार किया गया है। इससे जुड़े उद्योगपतियों का कहना है कि सरकार के 75 प्रतिशत स्थानीयों को रोजगार देने वाले निर्णय पर यह संगठन सरकार से मिलेगा।

दरअसल, उद्योगपतियों का मानना है कि उद्योगों की जरूरत के हिसाब से 75 प्रतिशत स्थानीय वर्कर हरियाणा में नहीं हैं। उद्योगपति स्थानीय लोगों को रोजगार देना चाहते हैं लेकिन लोकल लेबर स्किल्ड नहीं है। उद्योगपतियों ने सरकार से इज ऑफ डूइंग और सिंगल विंडो सिस्टम लागू करने की मांग सरकार से की है। सिंगल विंडो सिस्टम नहीं होने के कारण उद्योगपति बेहद परेशान हैं। उद्योगपतियों ने सरकार से बिजली, पानी और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं देने की मांग की है। उद्योगपतियों का कहना है कि अगर उन्हें यह सुविधाएं मिलेंगी, तो वह कोरोना काल में हुए नुकसान की भरपाई कर सकेंगे।

हर 3 साल में चुनाव करवाएगा संगठन
कन्फेडरेशन ऑफ बहादुरगढ़ इंडस्टरीज के पहले प्रधान प्रवीण गर्ग को चुना गया है। यह संगठन हर 3 साल में अपने चुनाव करवाएगा और नई कार्यकारिणी गठित की जाएगी। दरअसल उद्योगपति बीसीसीआई यानी बहादुरगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की निष्क्रियता के कारण बनाया गया है। पिछले लंबे समय से बीसीसीआई का चुनाव नहीं हो पाया है इसलिए नई कार्यकारिणी भी नहीं बन पाई है। पिछली कार्यकारिणी के रवैये से पहले भी उद्योगपति परेशान रहे हैं और बीसीसीआई की मौजूदा कार्यकारिणी पर सवाल भी खड़े करते रहे हैं। अब यह नया संगठन उद्योगपतियों की समस्याओं से कितने निजात दिला पाता है यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
 

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Content Writer

Shivam