बहुत हुई महंगाई मार, कब जागेगी बहरी सरकार! साल भर में पेट्रोल-डीजल के 25रु बढ़ गए दाम : अभय चौटाला

6/19/2021 6:07:48 PM

चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी): महंगाई के मुद्दे पर इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि हरियाणा में पिछले साल जून 2020 में पेट्रोल 68.62 रु लीटर डीजल 62.03 रु लीटर था। जो कि अब जून 2021 में पेट्रोल 93.28 रु और डीजल 87.39 रु लीटर हो गया है। देश में कहीं-कहीं पेट्रोल 100 रु को भी पार कर गया है। इन तेलों को महंगा करके आम जनता की जेबों पर डाका केंद्र सरकार ने डाला हुआ है। वो भी उस समय में जब कोरोना के कारण काम-धंधे बंद हैं। देश और प्रदेश का हर वर्ग महंगाई और बेरोजगारी से बहुत ज्यादा परेशान है और सरकार की कुनीतियों के कारण दो जून की रोटियों के लिए भी मोहताज हो गया है। सरकार चिकनी-चुपड़ी बातों से गरीब जनता का दिल तो बहला सकती है, पर इन बातों से पेट नहीं भरने वाला। हर रोज बढ़ती महंगाई से जनता बुरी तरह त्रस्त और भयभीत है।

उन्होंने कहा कि ऐसे आपदा के समय में सरकार ने मुनाफा कमाने का अवसर बनाया है। केंद्र सरकार ने  पेट्रोल पर एक्साइज डयूटी 32.90 रु और 21.36 रु वेट तथा डीजल पर एक्साइज डयूटी 31.80 रु और 12.19 रु वेट लगाया हुआ है। सरकार ने इस तरह करीब 25 लाख करोड़ रू चपत जनता को लगाई है। पेट्रोल-डीजल के महंगा होने से ट्रांसपोर्ट मंहगा हो गया है और ट्रांसपोर्ट मंहगा होने से जरूरत के सभी सामान महंगे हो गए हैं। जिसका नतीजा यह निकला कि महंगाई दर 12.94% पहुंच गई है। डीजल-पेट्रोल के हर रोज बढ़ते दाम, खाद्य तेलों और प्याज-आलू समेत सभी सब्जियों के दाम आसमान छूं रहे हैं। दालों में 12.9%, प्याज में 23.24 % और फलों में 20.17% की दर से दामों में बढ़ोत्तरी हुई है। कोरोना महामारी में जनता को राहत देने के बजाय सरकार टैक्स बढ़ाकर जनता की कमर तोड़ने का काम कर रही है। सरकार सारे फैसले उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए ले रही है। खाद्य तेलों के दाम और महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है। सरकार यह कहकर पल्ला झाड़ रही है कि यह हमारे कंट्रोल में नहीं हैं। 

उन्होंने सरकार से आग्रह  किया है कि सरकार जनता से फिजूल के टैक्स वसूलना बंद करें और जल्द से जल्द महंगाई पर लगाम लगाए। देश में महंगाई बढ़ने का सबसे बड़ा कारण पेट्रो केमिकल में वृद्धि  है।  इसलिए पेट्रो-कैमिकल पदार्थों को GST के अंतर्गत लाकर मंहगाई पर रोक लगाने का काम करें।

 

Content Writer

Isha