प्रदूषण बढ़ा तो यूपी-हरियाणा में बंद करने होंगे थर्मल पावर प्लांट, ई.पी.सी.ए.की राज्यों को चिट्ठी

10/20/2020 9:30:54 AM

अंबाला: यूपी और हरियाणा को 2 अलग-अलग लिखे पत्र में ई.पी.सी.ए. के प्रमुख भूरे लाल ने कहा कि दोनों राज्य सरकारों को अपने थर्मल पावर प्लांट बंद करने की तैयारियों की समीक्षा करनी चाहिए। उन्होंने दोनों राज्य सरकारों से कहा कि दोनों राज्य सॢदयों के पीक के समय प्लांट को बंद करने के लिए क्या कदम उठा रहे हैं, इसके बारे में सूचित करना सुनिश्चित करें। भूरे लाल ने कहा, मैंने इस पत्र में बताया है कि यदि आने वाले दिनों में हवा की गुणवत्ता और बिगड़ती है तो हमें उन थर्मल पावर प्लांटों को बंद करने का निर्देश देना पड़ सकता है, जो 2015 के मानकों को पूरा नहीं करते हैं। पत्र में उन्होंने हरियाणा में 5 और उत्तर प्रदेश में 3 थर्मल पावर प्लांटों को चिन्हित किया है जो 2015 के मानकों को पूरा नहीं करते हैं। 

हरियाणा में जिन प्लांटों को चिन्हित किया गया है उनमें झज्जर में अरावली पावर प्लांट, महात्मा गांधी एस.टी.पी.एस. (सी.एल.पी. इंडियन प्राइवेट लिमिटेड), पानीपत में पानीपत टी.पी.एस., हिसार में राजीव गांधी टी.पी.एस. और यमुना नगर में यमुना टी.पी.एस. शामिल हैं। उत्तर प्रदेश के 3 थर्मल पावर प्लांटों में गौतम बुद्ध नगर में एन.सी.टी.पी.पी. दादरी स्टेज 1, अलीगढ़ में हरदुआगंज टी.पी.एस. आदि शामिल हैं।
भूरेलाल ने पत्र में लिखा है, कृपया इस बात को तत्काल आवश्यक मानें क्योंकि हमें आशंका है कि आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता और खराब होगी।

मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि हवा के वैंटीलेशन इंडेक्स में कमी आएगी यानी सांस लेने में दिक्कत बढ़ेगी, वहीं तापमान में भी कमी आएगी। स्थानीय प्रदूषण और पराली के जलने से प्रदूषण का स्तर बढ़ेगा, लिहाजा अतिरिक्त तौर पर कदम उठाए जाने की जरूरत होगी।

Isha