खट्टर सरकार में मजबूत हुए मोदी के ये 2 मंत्री

11/15/2019 1:00:08 PM

चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा मेंं मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही केंद्र में हरियाणा का प्रतिनिधित्व करने वाले 2 मंत्री भी मजबूत हुए हैं। भले ही दक्षिण हरियाणा के नेता एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत अपनी बेटी को टिकट दिलाने में असफल रहे लेकिन खट्टर मंत्रिमंडल में उनका पूरा दखल रहा है। राव इंद्रजीत के दबाव के चलते ही अंतिम समय में न केवल मंत्रियों की सूची बदली गई बल्कि वह अपने चहेतों को सरकार में शामिल करवाने में कामयाब भी रहे। मंत्रिमंडल विस्तार दौरान मुख्यमंत्री दक्षिण हरियाणा से डा. अभय सिंह यादव को मंत्री बनाना चाहते थे। बुधवार को एक समय ऐसा भी आया था जब सोशल मीडिया पर संभावित मंत्रियों की सूची से डा. बनवारी लाल का नाम गायब हो गया था। डा. बनवारी लाल राव इंद्रजीत के करीबियों में से एक हैं।


राव इंद्रजीत ने जब कांग्रेस छोड़ी तो बनवारी लाल उनके साथ ही भाजपा में आए थे। वर्ष 2014 में हुए चुनाव दौरान दक्षिण हरियाणा में बनवारी लाल समेत कई अन्यों को राव इंद्रजीत के कोटे से टिकट दी गई थी। सूत्रों के अनुसार राव इंद्रजीत इन दिनों नीति आयोग के कार्यक्रम तहत अंडेमान निकोबार के दौरे पर हैं। बुधवार को जब उन्हें अपने करीबी का नाम कटता दिखाई दिया तो उन्होंने केंद्र में अपने संबंधों के आधार पर लॉङ्क्षबग की। रात के समय मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भाजपा तथा सहयोगी विधायकों को डिनर पर बुलाया।

बताया जाता है कि इस डिनर के बाद राव इंद्रजीत सिंह के दबाव के चलते ही मंत्रियों की सूची बदली गई। सुबह होते-होते सी.एम. आवास से जो खबर आई उसमें मंत्री पद की शपथ लेने की पूरी तैयारी कर चुके राव अभय सिंह यादव को सूची से बाहर कर दिया गया जबकि राव इंद्रजीत के बेहद करीबी डा. बनवारी लाल तथा ओ.पी. यादव के नाम सूची में शामिल हो गए। हरियाणा के नए मंत्रिमंडल में मोदी के दूसरे मंत्री कृष्णपाल गुर्जर की भूमिका भी अहम रही है। फरीदाबाद जिला से मंत्री बनाने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पहली पसंद दीपक मंगला थे। मंगला का नाम बुधवार रात तक सूची में पहले नंबर पर था और मूलचंद शर्मा का नाम उनसे पीछे, लेकिन मंत्री बनने से पहले अंतिम रात में बदले समीकरणों में केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने स्टैंड ले लिया और दीपक मंगला को पछाड़ते हुए मूलचंद शर्मा मंत्री बन गए।

Isha