'हिंसा फैलाने में इन लोगों का था बड़ा हाथ'

8/28/2017 12:32:26 AM

सिरसा(अरुण भारद्वाज): सी.बी.आई. की विशेष अदालत में डेरा प्रमुख के खिलाफ आए फैसले के बाद जो हिंसा की आग लगी उसमें एक ऐसे ग्रुप की पहचान की गई है जिसमें पंजाब पुलिस के जवान थे। 

यही नहीं, इनके साथ एक ‘कुर्बानी’ गैंग भी था जिसके सदस्य कोडवर्ड के जरिए पूरा होमवर्क कर सिरसा से पंचकूला गए थे। इनमें से पुलिस के जवानों ने पंचकूला में हिंसा की आग लगाने के बाद सिरसा की ओर रुख कर लिया। इन्हें सिरसा पुलिस और सेना ने धर-दबोचा। इस बात की पुष्टि सिरसा के एस.पी. अश्विन ने की। आज इस बात का खुलासा हुआ कि तबाही का मंजर लिखने के लिए डेरा सच्चा सौदा में ही कुर्बानी के नाम पर ऐसे लोगों की फौज तैयार की गई थी जिन्हें पौधारोपण कोड देकर पंचकूला रवाना किया गया था।

ऐसे हुआ खुलासा
गौरतलब है कि सिरसा पुलिस व सेना के अधिकारियों के संयुक्त ऑपरेशन के दौरान डेरा सच्चा सौदा के इर्द-गिर्द छिपने की कोशिश कर रहे 4 लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार लोगों में से 2 लोगों की पहचान पंजाब पुलिस के जवान के रूप में हुई जबकि दो अन्य भी पंजाब के ही बताए गए हैं। 

पुलिस के अनुसार इन जवानों ने अपने ग्रुप में शामिल अन्य सदस्यों के साथ भयंकर उत्पात मचाया और उपद्रव की आग भड़काने के बाद ये सभी सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय में पहुंच गए जबकि बाकी अन्य इलाकों में छिप गए। यही नहीं इन लोगों के साथ ही कुर्बानी गैंग भी थी। इस गैंग में शामिल लोगों ने कोडवर्ड दिया कि पंचकूला में पौधारोपण करना है। मसलन खुद को आग लगानी है। समझाया गया था कि यदि कोर्ट का फैसला कुछ गलत आए तो एक मैसेज किया जाएगा पौधारोपण तो बस इसके बाद से सभी ने आत्मदाह कर लेना है।