लिंगानुपात में एक बार फिर टॉप पर पहुंचा हरियाणा का ये जिला, स्वास्थ्य विभाग ने कर्मियों को सराहा

12/16/2020 12:55:42 AM

पानीपत (सचिन शर्मा): लिंगानुपात के मामले में पूरे प्रदेश में पानीपत जिले ने प्रथम स्थान हासिल किया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लिंगानुपात में पानीपत को प्रथम स्थान पर लाने के लिए पीएनडीटी कमेटी के सदस्यों चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मचारियों के काम को सराहा गया। देश में महिलाओं द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में परचम लहराने और अग्रणी रहने के कारण बच्चियों के प्रति परिवारों में आई जागरूकता भी लिंगानुपात बढ़ाने सहायक सिद्ध हुई है। हरियाणा का पानीपत एकमात्र ऐसा जिला है जहां इस समय 1000 लड़कों पर 952 लड़कियां हैं, लेकिन इससे भी बेहतर रिजल्ट पाने के लिए पानीपत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी निरन्तर बैठक कर स्वास्थ्य कर्मियों से फीडबैक ले रहे हैं।



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पानीपत से 2015 में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान की पानीपत से शुरुआत से पहले जिले में लिंगानुपात की स्थिति काफी खराब थी उसके उपरांत स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार किया गया, जिसके कारण 2017 में पानीपत लिंगानुपात में अव्वल नंबर पर आया था। उसके बाद फिर पानीपत दूसरे जिलों से पिछड़ता चला गया। 



इस बार स्वास्थ्य विभाग ने जन्म से पहले भ्रूण परीक्षण करने वाले संस्थानों पर 10 से ज्यादा सफल रेड की। इसमें पानीपत के साथ लगते उत्तर प्रदेश के जिले भी शामिल है और उन लोगों के खिलाफ भी कार्यवाही की जो भ्रूण हत्या में शामिल रहे। इसके साथ साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा अपनी आशा वर्कर व दूसरे स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा जागरूकता अभियान चलाया गया जिसके कारण पानीपत लिंगानुपात के मामले में एक बार फिर प्रथम स्थान प्राप्त करने में सफल हुआ है। 



डिप्टी सीएमओ एवं नोडल अधिकारी पीएनडीटी टीम डॉ. सुधीर बत्रा ने बताया कि इस मामले में देखा जाए तो स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का गृह जिला अंबाला और मुख्यमंत्री का अपना जिला करनाल भी पानीपत से बहुत पीछे है। अंबाला  927 के साथ आठवें नंबर पर और करनाल 899 अंकों के साथ 19वें नंबर पर है। स्वास्थ्य विभाग हरियाणा द्वारा जारी इंडेक्स में हरियाणा में पानीपत ही एकमात्र ऐसा जिला है, जिसमें 1000 लड़कों पर 950 से ज्यादा लड़कियां पैदा हुईं।

Shivam