हरियाणा के ये गांव होगा लाल डोरा मुक्त, CM खट्टर का अहम फैसला

11/20/2019 6:22:41 PM

ब्यूरो-  सुशासन दिवस के अवसर पर सीएम सिटी करनाल के नाम एक नया रिकार्ड दर्ज होगा। करनाल जिले का सिरसी गांव हरियाणा का पहला गांव होगा जो लाल डोरे से मुक्त होगा। आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक हुई जिसमें ये फैसला किया गया है।

बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी प्रकार की सम्पत्तियों की टेगिंग की जानी चाहिए चाहे वह कृषि भूमि है, निजी भूमि है,सरकारी विभागों की है, शामलात है, पंचायती है। सभी प्रकार की श्रेणियों को अलग-अलग ढ़ंग से चिन्हित किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत एवं विकास विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश दिए कि लाल डोरे के अन्दर की ग्राम पंचायत की सम्पत्तियों का रिकॉर्ड का ब्यौरा सर्वेक्षण ऑफ इण्डिया को उपलब्ध करवाएं। इसके बाद में ड्रोन द्वारा तैयार किए गए नक्शे के साथ मिलान करवाकर ग्राम सभा से इसे सत्यापित करवाएं की उक्त सम्पत्ति की मलकियत किस की है।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हरियाणा के साथ लगते अन्य राज्यों की सीमाओं की निशानदेही भी सर्वेक्षण ऑफ इण्डिया द्वारा तैयार किए गए नक्शों के अनुरूप सुलझाया जाएं। उल्लेखनीय है कि 1 नवम्बर, 2018 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा के सभी गांवों को लाल डोरे से मुक्त करने की घोषणा की थी।

क्या है लाल डोरा
लाल डोरा को अंग्रेजों ने सन 1908 में बनाया था | उस समय रेवेन्यू रिकॉर्ड रखने के लिए खेतीबाड़ी की जमीन के साथ स्थित गाँव की आबादी को अलग-अलग दिखाने के मकसद से नक़्शे पर आबादी के बाहर लाल लाइन खिची जाती थी | लाल डोरे के अंदर लोग कब्जे के मालिक होते हैं । ये कोई कानूनी एक्ट क़ानून नहीं है। लाल डोरे से बाहर की जमीन के अलग अलग नंबर होते है।  

Isha