खाकी भी सुरक्षित नहीं, शातिर पहले पुलिसकर्मियों का बनाते वीडियो, फिर रिश्वत के आरोप लगा वसूलते लाखों

7/7/2020 4:19:13 PM

रोहतक: हरियाणा में शातिरों से अब आम लोगों के साथ खाकी भी सुरक्षित नहीं है। ये शातिर पुलिस कर्मियों को भी अपना निशाना बना रहे हैं। इनके जाल में फंसने से कई कर्मचारी अपने लाखों रुपये गवां चुके हैं। वहीं पुलिस का एक हवलदार तो करीब 20 दिन तक जेल भी काट चुका है। 

पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है, जोकि पुलिस कर्मी को सड़क हादसे में समझौते के नाम पर, वाहन चालान का नकद भुगतान करने के नाम पर या फिर कोरोना वॉरियर्स के सम्मान के लिए नकदी देने के बहाने उनकी चोरी छुपे वीडियो बनाते और इसके बाद में उन पर रिश्वत के आरोप लगा ब्लैकमेल कर वसूली करते। 

दिल्ली के शातिरों के इस गिरोह का भंडाफोड़ होने पर पता चला कि राज्य के विभिन्न जिलों में करीब 40 पुलिस कर्मी इस गिरोह का शिकार हो चुके हैं। गिरफ्तार दिल्ली के पीरागढ़ी के रहने वाले सलमान, जिशान और शाकिर ने रोहतक, पलवल, गुड़गांव, फरीदाबाद, सोहना और दिल्ली में वारदातों को कबूला है। 

जानकारी के मुताबिक तीनों 2017 से ये कारनामे कर रहे थे। फिलहाल अभी ये तीनों रोहतक पुलिस की हिरासत में हैं और कोर्ट से दो दिन के राहदारी रिमांड पर हैं। ये शातिर बीती 26 जून को पलवल में दो पुलिस कर्मियों से वसूली करते काबू आए थे। अब तीनों के खिलाफ विभिन्न थानों में केस दर्ज हो रहे हैं।

2017 से पुलिस कर्मियों को ठगी का बना रहे थे शिकार 
पुलिस के मुताबिक आरोपी जीशान, शाकिर और सलमान तीनों टैक्सी ड्राइवर रहे हैं। आरोपी शाकिर और जीशान 2017 से पुलिस कर्मियों को ठगी का शिकार बना रहे थे। इन्होंने 4 माह पहले सलमान को इस धंधे में शामिल किया था। आरोपी शाकिर और सलमान पुलिस कर्मियों की वीडियो बनाकर उन्हें अपने जाल में फंसाता थे।

गिरोह के सलमान, जिशान और शाकिर ने बताया कि सलमान और शाकिर किसी शहर में अपने टैम्पो या गाड़ी लेकर जाते। भीड़भाड़ वाले जिस चौक पर पुलिस वाहनों के चालान काट रही होती वहीं पहुंचते। वाहन के पूरे कागजात न दिखा चालान कटवाते। चालान का नकद भुगतान मौके पर ही करने की बात करते। चालान कॉपी को छुपा पुलिस कर्मी को पैसे देते ही चोरी-छिपे वीडियो भी बना लेते। गुड़गांव पुलिस का एक कर्मी इस गिरोह को 50 हजार रुपए ब्लैकमेलिंग के दे चुका है। इसके साथ कई अन्य कर्मचारी लाखों रुपये गवां चुके हैं। 

Edited By

vinod kumar