बुजुर्गों के सम्मान के लिए संयुक्त परिवार की ओर लौटना होगा: सोलंकी

11/30/2017 1:15:21 PM

चंडीगढ़(ब्यूरो):सांस्कृतिक प्रगति के बिना भौतिक प्रगति विनाश का कारण बनती है। भारत की सांस्कृतिक श्रेष्ठता का आधार संयुक्त परिवार रहा है जिसमें स्वत: ही बच्चों, महिलाओं, वृद्धों सबकी चिंता व देखरेख की जाती रही है। बच्चों को श्रेष्ठ मानव बनाने, महिलाओं के प्रति अपराध रोकने और बुजुर्गों का सम्मान रखने के लिए हमें फिर से संयुक्त परिवार की ओर लौटना होगा। यह शब्द राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने आज हरियाणा राज्य समाज कल्याण बोर्ड की स्वर्ण जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यशाला में व्यक्त किए। ‘संयुक्त परिवार बढ़ता आधार, एकल परिवार घटता संसार’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन हरियाणा निवास में किया गया था। 

राज्यपाल ने कहा कि 21वीं सदी में जो परिवर्तन आ रहा है उसे सकारात्मक बनाने के लिए संयुक्त परिवार ही कारगर भूमिका निभा सकता है, क्योंकि इसमें मैं की अपेक्षा हम की भावना प्रधान होती है। इससे पहले, हरियाणा की महिला एवं विकास मंत्री कविता जैन ने कहा कि वर्तमान समय में ब्लू व्हेल गेम्स के कारण बच्चों की आत्महत्या, महिलाओं के विरुद्ध अपराध व अन्य यौन अपराध संयुक्त परिवार के टूटते बंधन के कारण हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज माता-पिता के पास यह देखने का समय नहीं है कि हमारे बच्चे क्या कर रहे हैं। संयुक्त परिवार में बच्चों की यह देखरेख हर समय परिवार के बुजुर्गों व अन्य सदस्यों द्वारा होती रहती है।