अाज से होगी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की शुरुआत, तैयारियां अाधी- अधूरी

12/7/2018 11:26:46 AM

कुरुक्षेत्र(ब्यूरो):  प्रदेश के धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में आज से अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव शुरु होने जा रहा है, जिसमें 25 लाख से अधिक लोगों के आने की अम्मीद है, लेकिन महोत्सव को लेकर की गई तैयारियां अभी भी आधी अधूरी है, जो जिला प्रशासन और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की कार्यप्रणाली पर प्रश्न खड़ा कर रही हैं। आधी अधूरी तैयारियों के बीच ही अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का अारंभ किया जा रहा है। गीता जयंती का दिन निश्चित है, लेकिन फिर भी अभी तक तैयारियां पूरी नहीं हुई हैं। इसका कसूरवार अाखिर कौन है। 

कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सामने अभी भी सडक़ उखाड़ी जा रही है और शौचालय बनाने का काम जारी है। समय रहते तैयारियां पूरी न किए जाने के कारण जनता को संदेह है कि यह उत्सव जिसे अंतर्राष्ट्रीय होने का दावा किया जा रहा है, कितना अंतर्राष्ट्रीय रहेगा? इस अवसर पर आयोजित क्राफ्ट मेले उद्घाटन हरियाणा के शिक्षा एवं पर्यटनमंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा 7 दिसम्बर को करेंगे। सरकारी कार्यक्रम  13 दिसम्बर से शुरू होंगे और पहले दिन अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का उद्घाटन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शा के कर-कमलों से करवाया जाएगा। उनके साथ भाजपा हरियाणा के प्रभारी अनिल जैन भी उपस्थित रहेंगे। एक सरकारी उत्सव का उद्घाटन किसी राजनीतिक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर-कमलों से करवाया जाना भी चर्चा का विषय बन गया है। 

गौरतलब है कि बीते कई वर्षों से गीता उत्सव का उद्घाटन राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, राज्यपाल जैसे देश के गणमान्य लोगों के हाथों करवाया जाता है, लेकिन इस बार राजनीतिक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष से इस सरकारी उत्सव का उद्घाटन करवाना मिशन 2019 की चुनावी रणनीति के तहत देखा जा रहा है। इसी दिन सायं काल को सांस्कृतिक संध्या में इस उत्सव के सहयोगी राज्य गुजरात की टीम द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन हिमाचल के राज्यपाल आचार्य देवव्रत के कर-कमलों से होगा।

14 दिसम्बर को श्रीश्री रविशंकर और हरियाणा के राज्य मंत्री कृष्ण बेदी, भारत के पैट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान तथा असम के राज्यपाल जगदीश मुखी उत्सव में आ रहे हैं। 15 दिसम्बर को हरियाणा के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़, अंबाला के भाजपा सांसद रतन लाल कटारिया समारोह के कार्यक्रमों में शामिल होंगे। 16 दिसम्बर को केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी, हरियाणा विधानसभा के स्पीकर कृष्ण पाल गुर्जर, हरियाणा के राज्यमंत्री कर्णदेव कम्बोज सांस्कृतिक संध्या का उद्घाटन करेंगे। 17 दिसम्बर को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्ढा, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला, विधानसभा अध्यक्ष कंवरपाल सांस्कृतिक संध्या का उद्घाटन करेंगे। इसी प्रकार 18 दिसम्बर को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तथा हरियाणा विधानसभा के स्पीकर राजीव बिंदल का गीता जयंती समारोह में आना तय हुआ है। 

भी  तक नहीं बटे निमंत्रण पत्र 
हरियाणा सरकार, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड जिस गीता जयंती महोत्सव का अंतर्राष्ट्रीय स्तर का होने का दावा कर रहे हैं, उसके निमंत्रण पत्र अभी तक नहीं बंटे हैं। कुरुक्षेत्र जिला की ही बात करें तो धार्मिक, सामाजिक संंस्थाओं के साथ-साथ मीडिया कर्मियों को भी अभी तक कार्ड नहीं भेजे गए हैं। बिना प्रचार-प्रसार के ये महोत्सव किस प्रकार अंतर्राष्ट्रीय रूप लेगा ये सबकी समझ से बाहर है। 

हर साल रहती हैं तैयारियां अधूरी 
गौरतलब है कि प्रशासन और सरकार द्वारा जिस गीता जयंती महोत्सव को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव बनाने का दावा किया जा रहा है हर वर्ष इसकी तारीख पहले से ही तय होती है। ताज्जुब इस बात का है कि एक वर्ष का समय होने के बावजूद भी कार्यक्रम शुरू होने से एक सप्ताह पूर्व ही तैयारियां होनी दिखाई देती हैं। हालात ये हैं कि टैंट, शो के टैंडर भी एक सप्ताह पहले ही निकाले जाते हैं। क्राफ्ट मेले में लगने वाली हजारों दुकानों के आवेदन भी मेला शुरू होने से चंद दिन पूर्व ही लिए जाते हैं और एक-दो दिन पूर्व ही ड्रा निकाले जाते हैं। यदि ये सभी कार्य समय रहते किए जाएं तो सब काम शांतिपूर्वक सम्पन्न हों। बावजूद इसके केडीबी और प्रशासन सब कुछ जानकर भी अनजान बना रहता है और हर बार पुरानी गलती को बार-बार दोहराता है। 

भ्रष्टाचार के हरबार लगते हैं आरोप, नहीं होती जांच
हर वर्ष गीता जयंती महोत्सव के दौरान विपक्षी दलों कांगे्रस, इनैलो, आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव को लेकर होने वाले टैंडरों, खरीद-फरोख्त को लेकर आरोप लगाए जाते हैं। बीते वर्ष भी इन्हीं आरोपों के चलते इस वर्ष कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा सावधानी बरतते हुए दो बड़े टैंडरों की प्रक्रिया में सुधार करते हुए सवा दो करोड़ रुपए की बचत की गई है। पिछली बार इस महोत्सव में लेजर लाइट एंड साउंड शो के साथ 48 कोस की डिजिटल प्रदर्शनी और वर्चुअल रियलटी क्योसक मिलाकर 2 करोड़ 55 लाख रुपए का टैंडर दिया गया था, जो कि इस बार 48 कोर्स की डिजिटल प्रदर्शनी वर्चअल रियलिटी को खत्म करके सवा करोड़ रुपए कम में दिया गया है।

इसी टैंडर को लेकर इनैलो प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा, आम आदमी पार्टी और कांगे्रस ने सवाल उठाए थे और प्रश्न भी किए थे। इसके अलावा टैंट और लेजर लाइट एंड साउंड शो का बजट सवा करोड़ रुपए तक कम हुआ है। हैरत की बात ये है कि जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार द्वारा विपक्षी दलों द्वारा लगाए गए इन आरोपों को अनसुना किया जाता है। यदि इन आरोपों के निष्पक्ष रूप से जांच कराई जाए तो कई घोटालों से पर्दा उठ सकता है।

 

Deepak Paul