ट्रैक्टर परेड: ट्रैक्टरों की स्पीड से लेकर सवारियों तक की सीमा तय, लगातार चलेंगे देशभक्ति गाने

1/21/2021 3:19:02 PM

सोनीपत(पवन): कृषि कानूनों को रद्द करवाने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों ने 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड का एलान किया है। परेड की तैयारी के लिए किसानों ने रिहर्सल शुरू कर दी है। खास बात यह है कि ट्रैक्टरों पर तिरंगे के साथ ही किसानी झंडा भी लगाया जाएगा। युवा किसानों ने सोमवार को कुंडली बार्डर पर जमकर रिहर्सल की और साथ ही नारेबाजी कर किसानों में जोश भी भरा।

किसानों ने तय किया है कि सभी ट्रैक्टरों की स्पीड एक समान रखी जाएगी जबकि ट्रैक्टर यात्रा की अगुवाई किसान नेता व महिलाएं करेंगी। इसी के साथ यह भी तय किया गया है कि ट्रैक्टरों पर केवल देशभक्ति व शहीदों व महान देशभक्तों के जीवन से संबंधित गाने चलेंगे। इसके लिए बाकायदा ट्रैक्टरों में विशेष स्पीकर लगवाए गए हैं, साथ ही अगुवाई करने वाले ट्रैक्टरों पर किसानों के देश की अर्थव्यवस्था में योगदान को दर्शाती प्रदर्शनी भी लगाई जाएंगी। एक तरह से किसान झांकी निकालेंगे, जिनमें माध्यम से अलग-अलग पहलुओं को छूने की कोशिश की जाएगी।

किसानों का कहना है और इस इंतजार में है कि किसान कब थक-हार कर वापस लौटेंगे, लेकिन किसान ट्रैक्टर परेड से सरकार के कान खोल देंगे। 3 काले कानून रद्द होने तक वे यहां डटे रहेंगे, इसके लिए उन्हें कितना भी संघर्ष करना पड़े तो वे करेंगे। युवा किसानों ने कहा कि उनकी ट्रैक्टर परेड अनुशासन में होगी और अनुशासन बनाए रखने के लिए अलग-अलग कमटियों का गठन किया गया है।

किसानों ने साफ किया कि उनका दिल्ली में होने वाली 26 जनवरी की परेड में बाधा डालने का कोई इरादा नहीं है। वे केवल रिंगरोड के 50 किलोमीटर के क्षेत्र में अपनी ट्रैक्टर यात्रा निकालेंगे।किसानों ने कहा कि जिस तरह से 26 जनवरी को लेकर सेना के जवान व कलाकार रोजाना रिहर्सल कर रहे हैं वैसे ही यहां पर किसान ट्रैक्टर परेड की रिहर्सल कर रहे हैं। 26 जनवरी से पहले वे 4 बार रिहर्सल करेंगे, जिसमें छोटी-मोटी खामियों को दूर किया जाएगा। वे चाहते हैं कि उनकी ट्रैक्टर परेड एक मिशाल बने और सरकार झुकने पर मजबूर हो जाए।

Isha