हरियाणा रोडवेज का बढ़ेगा बेड़ा, जल्द ही शामिल होंगी 800 बसें

1/6/2021 4:52:59 PM

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा प्रदेश के हर विभाग के लिए सन 2020 काफी चुनौतीपूर्ण रहा। अधिकतर विभागों के लिए आर्थिक तौर पर भी काफी नुकसानदायक रहा। इसमें परिवहन और खनन विभाग में शामिल हैं। इसमें खासकर परिवहन विभाग पर ज्यादा असर दिखा। इस बीच अब सरकार परिवहन बेड़े को बढ़ाने की तैयारी में है। इस वर्ष 800 नई बसें परिवहन के बेड़े में शामिल हो सकती हैं।  

खनन एवं परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा से बातचीत के मुख्य अंश-

प्रश्न:-
प्राइवेट कैब पर रोक लगाने की बात कही गई थी। उसमें कितनी सार्थकता रही?
उत्तर:- जो अवैध वाहन हरियाणा में चल रहे थे, सरकार को चूना लगा रहे थे, उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। करीब 12 करोड़ के चालान किए गए हैं। यह चालान अवैध लोडिंग और अवैध वाहनों के किए गए हैं। उनकी धरपकड़ अभी चालू है। जो भी सरकार को चूना लगाने की कोशिश करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

प्रश्न:- परिवहन विभाग को भविष्य में चुना ना लगा पाए क्या इसके लिए भी कोई रणनीति बनाई गई है? 
उत्तर:- 2021 में जब ट्रांसपोर्ट चलेगी, सब कुछ ठीक रहेगा। विभाग और सरकार की पैनी नजर रहेगी। कार्यवाही भी चलती रहेगी।

प्रश्न:- कोरोना काल के दौरान परिवहन विभाग के लिए किस प्रकार की चुनौतियां रहीं?
उत्तर:- कोई भी धरना, प्रदर्शन, आंदोलन हो सबसे पहले असर परिवहन विभाग पर पड़ता है। रास्ते ब्लॉक होते हैं। सड़कें जाम हो जाती हैं और ट्रांसपोर्ट को रोका जाता है। कोरोना के समय में महामारी पूरे भारत में ही नहीं, पूरी दुनिया में फैली और ट्रांसपोर्ट बिल्कुल बन्द थी।

प्रश्न:- परिवहन बेड़े को बढ़ाने को लेकर क्या रोडमैप है ?
उत्तर:- अगर सब कुछ ठीक रहा तो 2021 में 800 नई बसें बेड़े में शामिल करने की योजना है। क्योंकि बसों की समस्या बहुत अधिक है, बहुत शॉर्टेज है।

प्रश्न:- वोल्वो बसें हरियाणा की बड़ी पहचान, बड़ी शान हुआ करती थी। लंबे अरसे से यह खराब हालत में है। इसके लिए क्या योजना है?
उत्तर:- आपने सही कहा कि वोल्वो बसें एक बेहतरीन बसें थी और पूरे देश में हरियाणा की शान को बढ़ाती थी। हमने बेड़े में 18 नई बसें शामिल किए हैं। जो आ चुकी हैं और भी जितनी बसों की जरूरत पड़ेगी लाई जाएंगी।

प्रश्न:- अवैध खनन एक बड़ी समस्या रही है। आज क्या स्थिति है और कितना रेवेन्यू जनरेट किया गया?
उत्तर:- सबसे ज्यादा रेवेन्यू खनन से ही आया है और अवैध माइनिंग पर रोक लगाई गई है और आगे भी विभाग सख्त कार्रवाई करता रहेगा।

प्रश्न:- किसान आंदोलन चल रहा है। किसानों से क्या अपील करना चाहेंगे?
उत्तर:- मेरी किसानों से अपील है कि जो यह तीन अध्यादेश देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लेकर आए हैं। भरोसा करें, विश्वास रखें देश के प्रधानमंत्री ने यह कहा है कि केवल 2 साल तक इनके परिणाम देखें अगर आपको नुकसान दिखा तो फिर भी संशोधन कर देंगे। इसलिए विश्वास रखना चाहिए। इन बिलों का आने वाले दिनों में बहुत लाभ मिलने वाला है।

प्रश्न:- कृषि बिलों के खिलाफ यह आंदोलन राजनीतिक रूप धारण करता जा रहा है। क्या कहेंगे?
उत्तर:- यह पिटे हुए मोहरे है। जिन्हें जनता ने नकार दिया है। कांग्रेस के समय में यह कानून शुरू हुए। उस समय देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे। वह इन्हें लेकर आए थे। उन्हीं में संशोधन करके भारतीय जनता पार्टी ने किसानों के हित में यह कदम उठाया है। जिन्हें स्वीकार करना चाहिए और इंतजार करना चाहिए।

vinod kumar