खुल गई पोल, ये है चोटियां कटने की सच्चाई

8/3/2017 2:01:16 PM

हरियाणा:हरियाणा, राजस्थान में आए दिन चोटी कटने का सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा है, लेकिन अब इस राज में से पर्दा हट गया है कि चोटियां कैसे कट रही हैं। मनोवैज्ञानिक इसे एक रोग मान रहे हैं, वहीं कुछ लोग इसे किसी गिरोह का काम मान रहे हैं, लेकिन जब इस मामले की जांच की गई तो कई घटनाएं झूठी निकली।

डॉक्टरों की पूछताछ में महिला ने उगला सच
राजस्थान के व्यावर के जवाजा में एक महिला को परिजन अर्द्धबेहोशी की हालत में अस्पताल लेकर पहुंचे। उसकी चोटी के कुछ बाल कटे थे। माथे पर सिंदूर से त्रिशूल बना था। डाक्टरों ने जांच में महिला को पूरी तरह स्वस्थ पाया। तब डॉक्टर ने सख्ती से पूछताछ की और पुलिस बुलाने की धमकी दी। महिला ने तब सारा सच उगल दिया। उसने बताया कि घर पर उससे बहुत काम करवाया जाता है। वह काफी परेशान थी। उसने चोटी कटने की बातों के बारे में सुना था, इसलिए काम से बचने को यह नाटक किया। 

झूठी निकली तीन और घटनाएं
इसी तरह शुक्रवार को सांगनेर क्षेत्र में आईं तीन घटनाएं भी जांच में झूठी मिलीं। एक का झूठ तो बाकायदा सीसीटीवी कैमरे से पकड़ा गया। महिला पहले बेहोश होकर गिरी फिर उठकर हंगामा करने लगी कि जानवर से दिखने वाले एक व्यक्ति ने उसकी चोटी काट दी। अस्पताल के जिस कमरे में उसने चोटी कटने की बात कही थी वहां सीसीटीवी कैमरे लगे थे। फुटेज खंगाली गई तो दिखा कि पहले महिला खुद आकर अपनी चोटी का कुछ हिस्सा काट लेते ही फिर आधे घंटे के बाद कमरे से निकलकर गिरने का नाटक करती है और फिर हंगामा करने लगती है।

प्रो. रविंद्र पुरी मनोवैज्ञानिक का कहना है कि प्रदेशभर में महिलाओं की चोटी कटने की घटना वास्तव में मनोवैज्ञानिक रोग मॉस हिस्टीरिया का एक उदाहरण है। जिन लोगों में सुझाव ग्रहणशीलता का गुण अधिक होता है, वे लोग दूसरों की बातों में जल्दी आते हैं और इस रोग से पीड़ित हो जाते हैं। ज्यादातर यह रोग महिलाओं को होता है।दरअसल, इस रोग के चलते बहुत सारे लोग एक जैसे व्यवहार या लक्षणों को ग्रहण कर लेते हैं। इससे बचने का सबसे अच्छा उपाय यही है कि इस मुद्दे पर बातचीत ही न की जाए। कुछ समय के बाद यह रोग स्वयं ही समाप्त हो जाता है। 

इसके अतिरिक्त चोटियां कटने के पीछे किसी गिरोह का भी काम हो सकता है। कुछ लोगों का मकसद भय या कोतूहल फैलाकर अपना मतलब निकालना होता है। कई बार इस तरह के असामाजिक लोग भय फैलाने के बाद इलाके में चोरी की वारदात को भी अंजाम देने लगते हैं। इसलिए यह एक अफवाह है। वहीं पुलिस बी इस मामले की गहनता से जांच कर रही है।