परिवार पहंचान पत्र के माध्यम के दो बड़े घोटाले आ रहे सामने!

4/16/2021 1:25:07 PM

चंडीगढ़ (धरणी) : हरियाणा में परिवार पहंचान पत्र के माध्यम के दो बड़े घोटाले जल्दी खुल सकते हैं।पहला घोटाला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के राशन कार्डों से सम्बंधित है।जिनमे अभी तक 3 लाख बोगस राशन कार्ड बने होने के संकेत है।राशन कार्डों के इस बोगस खेल को जांचने के लिए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के पूर्व ए सी एस पी के दास ने जांच शुरू करवाई थी। देश में लगभग एक करोड़ 60 लाख बीपीएल, एवाईवाई, ओपीएच और एपीएल कार्ड है। जिनमें से एक लाख 38 हजार कार्ड आईडेंटिफाई किए जा चुके हैं। अभी तक विभागीय जानकारी के अनुसार 3 लाख परिवार ऐसे हैं जिनकी दोबारा पड़ताल की जा रही है। 

दूसरा बड़ा घोटाला विभिन्न पेंशनों से जुड़ा हुआ है।जिनमे वृद्ध अवस्था पेंशन में 2 लाख से अद्धिक बोगस पेंशन धारक सामने अभी तक आने के संकेत है। हरियाणा में 26 लाख 67 हजार लोगों को बुढ़ापा पेंशन मिल रही है। जिसमें से 24 लाख 65 हजार लोग परिवार पहचान पत्र के थ्रू आईडेंटिफाई किए जा चुके हैं। बाकियों की पहचान के लिए सर्वे चल रहे हैं। हर जरूरतमंद पात्र व्यक्ति को पेंशन मिले सरकार इसके लिए पूरी तरह से गंभीर है। लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि पड़ोसी राज्यों हिमाचल, उत्तर प्रदेश से माइग्रेटेड लेबर इसका फायदा उठा रहे हैं।

परिवार पहंचान पत्र की आवश्यकता जहां-जॉब के लिए,कंट्रेक्च्युल वर्कर को रखने,मेरी फसल मेरा ब्यौरा में,सरल की सभी सर्विसिज में।सभी प्रमाण पत्रों को जोड़ने व पंजीकरण में,कास्ट सर्टिफिकेट ,डोमोसाईल जैसे सभी जगह इसकी आवश्यकता रहेगी।वहीं ऐसे तथ्यों से जो लोग फर्जीवाड़े कर सरकारी लाभ ले रहे हैं कि पहंचान भी खुलनी शुरू हो गई है।फिलहाल परिवार पहंचान पत्र के माध्यम से मिल रही इन घोटालों  की जानकारी पर हरियाणा सरकार के तल्ख तेवर नही हैं।सरकारी सूत्र बतातें हैं कि अभी ऐसे बोगस कार्य कर लाभ लेने वालों को इस मामले में अपनी गलती सुधारने का मौका दिया जा रहा है।अगर 3 लाख बोगस राशन कार्ड व  2 लाख से अद्धिक बोगस पेंशन धारको के मामले में आने वाले दिनों में सरकार कड़ी कार्यवाही भी कर सकती है।ऐसे बोगस खेल में शमिल रहे लोगों से रिकवरी भी हो सकती है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार परिवार पहंचान पत्र के माध्यम से अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो जन्म मृत्यु पंजीकरण कार्यालय में पंजीकृत होते ही भविष्य में उस व्यक्ति के द्वारा जहां से जो लाभ लिए जा रहे थे के रिकॉर्ड में वह एंट्री हो बेनिफिट्स कट जाएंगे।इसी प्रकार वृद्ध अवस्था पेंशन के लिए योग्य व्यक्ति की आयु 60 वर्ष होते ही खुद ब खुद उसकी पेंशन शुरू करने जेसे विकल्पों को भी जोड़ा जा रहा है।अभी यह सब चीजें भविष्य के गर्भ में हैं।लेकिन अगर सार्थक साबित हुई तो परिणाम पारदर्षिता वाले रह सकते हैं।

सिंगापुर और ब्राजील की तरह हरियाणा में भी अब हर परिवार की अपनी पहचान देने के लिए सी एम मनोहर लाल के ड्रीम प्रोजेक्ट पर स्पीडली कार्य चल रहा है।देश में हरियाणा पहला ऐसा प्रदेश बन गया है जहां सभी परिवारों को मेरा परिवार-मेरी पहचान योजना के तहत परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) बनाकर दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले साल जिस ड्रीम प्रोजेक्ट का आगाज किया था, वह अब सिरे चढ़ गया है। इसका फायदा यह कि लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए सरकारी दफ्तरों में नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि सरकार उनके पास खुद आएगी। परिवार का कोई भी सदस्य 18 साल का होते ही फोन पर मैसेज आएगा कि उसका मतदाता पहचान पत्र बन गया है। सिर्फ औपचारिकताएं पूरी कर दो। 60 साल की उम्र होते ही अपने आप बुढ़ापा पेंशन शुरू हो जाएगी। मौजूदा समय में पेंशन बनवाने के लिए महीनों धक्के खाने पड़ते हैं। इसी तरह छात्रवृत्ति, सब्सिडी सहित अन्य योजनाओं का लाभ लेने के लिए आवेदन करने की जरूरत नहीं होगी। न कहीं कोई अलग से दस्तावेज जमा कराना होगा।

पीपीपी के यह फायदे
सरकारी योजनाओं में फर्जीवाड़ा थमेगा। सिर्फ सही लाभाॢथयों को ही योजनाओं का लाभ मिलेगा और गलत तरीके से फायदा उठा रहे लोग अलग हो जाएंगे सरकार के पास पूरा रिकॉर्ड रहेगा कि किस व्यक्ति को किस योजना का लाभ मिल रहा है और किसे नहीं योजनाओं का लाभ लेने के लिए सरकारी दफ्तरों के धक्के नहीं खाने पड़ेंगे। सॉफ्टवेयर निर्धारित आयु सीमा सहित तमाम जानकारी निकालकर लाभार्थी को उसका लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करेगा बुढ़ापा पेंशन सहित तमाम पेंशन परिवार पहचान पत्र के जरिये मिलेंगी योजनाओं का लाभ लोगों को उनके दरवाजे पर मिलेगा सरकार को पता रहेगा कि परिवार किस क्षेत्र में रहता है। हर क्षेत्र के लिए अलग कोड बनाया गया है। शहर एवं गांवों के लिए अलग कोड होगा।

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Content Writer

Manisha rana