गर्मी से राहत पाने के लिए यमुना नदी में नहाने उतरे 3 दोस्त, 2 की मौत

6/5/2018 9:57:47 AM

यमुनानगर (सुमित अोबरॉय): चिलचिलाती गर्मी से राहत पाने के लिए यमुना नदी पर नहाने गए तीन छात्रों में दो अवैध माईनिंग माफिया द्वारा नदी में खोदे गए बड़े-बड़े खड्डों में डूब गए। दोनों दोस्तों को डूबते देख तीसरे ने शोर मचाया जिसके बाद गांव वालों ने रस्सियों की मदद से डूब रहें दोनों छात्रों को बाहर निकालने का प्रयास किया लेकिन वह बच नहीं सके। सूचना मिलने पर बुडिय़ा पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के हवाले कर दिया। 

जानकारी के अनुसार नया गांव निवासी निशांत (18) सोमवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे अपने मामा के लड़के दीपांशु व पड़ोस में रहने वाले जतिन (16) के साथ नहाने के लिए यमुना नदी में गए थे। तीनों एक बाइक पर यमुना नदी के बाकरपुर घाट के पास पहुंचे और नहाने लगे। नहाते हुए जतिन व निशांत नदी में बने कुंड में डूब गए। उन्हें डूबता देख दीपांशु नदी से बाहर निकला। उसने इसकी सूचना फोन पर गांव में दी। जिसके बाद ग्रामीण यमुना नदी किनारे पहुंच गए। यहां गांव के जोगिन्द्र व फतेहगढ़ निवासी यशपाल ने उनकी तलाश की। पहले निशांत की बॉडी कुंड में करीब 15 फुट नीचे से मिली। कुछ देर बाद जतिन का शव उससे कुछ दूरी पर कुंड से ही बरामद किया गया। 

उल्लेखनीय है कि यमुना नदी में खनन माफिया द्वारा जे.सी.बी. की मदद से अवैध खनन कर कुंड बनाए हुए हैं जो 10 से 15 फुट तक गहरे हैं। नदी से शव मिलने के बाद दोनों को ट्रॉमा सैंटर लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उनकी मौत होने की पुष्टि की। पुलिस ने दोनों के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के हवाले कर दिया है। नयागांव निवासी महेंद्र पाल का जतिन इकलौता बेटा था। जतिन क्षेत्र के निजी स्कूल में पढ़ता था। हाल ही उसने 10वीं कक्षा का एग्जाम दिया था, वहीं निशांत ने हाल ही में अच्छे अंकों के साथ मैडीकल स्ट्रीम से 12वीं कक्षा पास की थी।

जागरूक तो करते हैं पर नहीं मान रहे लोग : हरिओम
डी.आर.ओ. हरिओम बिश्रोई ने बताया कि जिला प्रशासन समय-समय पर लोगों को जागरूक कर रहा है, पर लोग नहीं मान रहे। ‘पानी गहरा है न नहाएं’ इस तरह के जगह-जगह बोर्ड लगाए गए हैं। उनका कहना है कि जल्द ही दिशा में बड़ी मुहिम चलाने की योजना है।

डूबने वालों की संख्या 50 के पार
गर्मी का सीजन मार्च से अगस्त तक चलता है। इसी दौरान नहर में डूबने वालों की संख्या भी बढ़ जाती है। इस सीजन की बात करे तो डूबने वालों की संख्या 50 को पार कर गई है। गोताखोर इसके पीछे 3 वजह मानते हैं। पहला आत्महत्या, दूसरा गर्मी से निजात पानी के लिए नहाना व तीसरा ओवर कोन्फिडैंस होकर नहर में छलांग लगाना।
 इससे भी बड़ी वजह यह है कि कुछ लोग थोड़ा बहुत तैरना जानते हैं और वे कूद लगा देते हैं। अचानक वे भंवर में फंस जाते है अौर घबराहट के कारण वे बच नहीं पाते। 

शव बरामद कर लिए :एस.एच.ओ . 
थाना बुडिय़ा प्रभारी बलराज सिंह ने बताया कि बाकरपुर के पास नदी में 2 लड़कों के डूबने की सूचना पर वे मौके पर पहुंचे थे। दोनों लड़कों की तलाश कर उनके शव बरामद कर लिए गए हैं। दोनों शवों का पोस्टमार्टम करवा दिया गया है। उनका यह भी कहना है कि इस एरिया में खनन का कोई ठेका नहीं हुआ है और न किसी तरह की खुदाई। जहां दोनों युवक डूबे हैं वहां पत्थरों की ओट के कारण कुंड बन गया है और यहां पानी का बहाव भी तेज है।


 

Nisha Bhardwaj