हिसार: फरार 2 बाल बंदियों ने की थी घोलू के मर्डर की साजिश, पुलिस ने दोनों को पकड़ा

10/22/2020 10:59:53 AM

हिसार (ब्यूरो : ऑब्जर्वेशन होम से फरार बंदियों में से 2 ने कैमरी रोड के शास्त्री नगर के घोलू के मर्डर की साजिश रची थी। पुलिस दोनों को पकड़कर वापस ऑब्जर्वेशन होम में भेज चुकी है। इसके अलावा पुलिस ने 7वें आरोपी गांव बैंसी (रोहतक)के अमित उर्फ मिता को गिरफ्तार कर अदालत से 6 दिन के रिमांड पर लिया है। मिता पर अपने गांव के अमरनाथ की हत्या का केस दर्ज है। वह अब गवाह एवं सरपंच कृष्ण छाबड़ा की हत्या करना चाहता था मगर पकड़ा गया। पुलिस ऑब्जर्वेशन होम से फरार 17 बाल बंदियों में से 7 को पकड़ चुकी है। यह बात एस.पी. बलवान सिंह राणा ने बुधवार को एक प्रैस कान्फ्रैंस में कही। उन्होंने कहा कि 2 बाल बंदियों ने उनसे रंजिश रखने वाले घोलू को मारने की साजिश रची थी, लेकिन वे पहले ही पकड़े जा चुके हैं।

एस.पी. ने बताया कि अमित ने अपने साथी मंजीत के साथ मिलकर ऑब्जर्वेशन होम से फरार होने की साजिश रची थी। वे पहले से दर्ज केसों में नाबालिग थे और अब उनकी उम्र 21 साल के करीब है। वे ऑब्जर्वेशन होम से फरार होने की साजिश रचकर 20 दिन से इस बात की निगरानी कर रहे थे कि किस टाइम कितने वार्डर होते हैं और भागने का उचित समय क्या रहेगा। अमित ने पूछताछ में बताया कि मैंने साथियों के साथ मिलकर साल 2018 में अपने गांव बैंसी (रोहतक) के अमरनाथ की हत्या की थी। गांव का सरपंच कृष्ण छाबड़ा है और वह केस का गवाह है। मैं उसे भी मारना चाहता था। एस.पी. ने बताया कि मिता से यह पूछताछ की जा रही है कि उसकी और क्या अपराध करने की साजिश थी। उन्होंने बताया कि अब 10 बाल बंदी फरार हैं। उनके जिलों से संबंधित एस.पी. से मामले की जानकारी शेयर की जा रही है। 

जेल के अंदर बना लिया था ग्रुप
एस.पी.ने बताया कि पुलिस जांच में सामने आया कि 17 बंदियों ने जेल के अंदर एक ग्रुप बना लिया था और 2 बार भागने की प्लाङ्क्षनग की। प्लाङ्क्षनग के हिसाब से ये सभी डकैती, लूटपाट और मर्डर की वारदातों को अंजाम देते। इन सभी पर अपराध की धुन सवार थी, लेकिन पुलिस ने इनके मन्सूबों पर पानी फेर दिया।

प्रोफैशनल अपराधियों की तरह बनाया था प्लान
बेशक जेल के अंदर फरार होने वालों में कई बालिग नहीं थे, लेकिन इन सभी ने बड़े अपराधियों की तरह प्लान बनाया। फरार होने के बाद एक ही दिन में कई ठिकाने बदले। ऐसा अक्सर बड़े अपराधी करते हैं।

Isha