आने वाले दो दिन झेलनी पड़ेगी परेशानी, हरियाणा के लोग घर से निकलने से बचें(VIDEO)

10/16/2018 10:47:34 AM

डेस्क: आने वाले दो दिन 16-17 अक्टूबर हरियाणा के लोगों के लिए परेशानी भरे हो सकते हैं, खासकर वे जो सफर करने का प्लान बना रहे हैं। उनके लिए सलाह है कि वे इन दो दिनों में घर से न निकले तो ही अच्छा है। दरअसल, हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों ने दो दिनों के लिए चक्काजाम वाली हड़ताल करने का ऐलान किया हुआ है, ऐसे में यदि आप सोच रहे हैं कि आप हरियाणा रोडवेज की बस में सफर कर के अपने मंजिल तक पंहुंचेगे तो आप इस योजना अभी निरस्त कर दें।

बता दें कि हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने खट्टर सरकार की प्रतिकिलोमीटर स्कीम के तहत 720 प्राईवेट बसों को चलाने की योजना से नाराज चल रहे हैं। कर्मचारी चाहते हैं यह स्कीम लागू न की जाए क्योंकि ऐसा करने से निजीकरण को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बंद हो जाएंगे। 



वहीं इस मुद्दे पर खट्टर सरकार का कहना है कि कर्मचारियों की केवल एक यही मांग नहीं पूरी कर सकते हैं। हाल ही में हिसार में आयोजित हुए नंबरदार सम्मेलन के बाद सीएम ने इस बारे यही बात कही थी। उन्होंने कहा कि रोडवेज कर्मचारियों की पहली मांग को माना नहीं जाएगा क्योंकि आज हरियाणा रोडवेज घाटे में चल रही है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट रुट पर बसों का ठेका देने से रोडवेज का घाटा कम होगा।
तालमेल कमेटी के मुताबिक, हरियाणा सरकार की वादाखिलाफी, तानाशाही, हठधर्मिता, एस्मा, दमनकारी नीतियों व 720 बसें निजी कम्पनियों से किलोमीटर स्कीम पर हायर करने के विरोध में सोमवार रात 12 बजे से 4100 बसों का पूर्ण रूप से चक्काजाम रहेगा। यह जानकारी तालमेल कमेटी के वरिष्ठ सदस्य हरिनारायण शर्मा, दलबीर किरमारा, वीरेन्द्र धनखड़, अनुप सहरावत, इन्द्र सिंह बधाना, जयभगवान कादियान व बलवान सिंह दोदवा ने संयुक्त रूप से बयान जारी करवाते हुए दी।



तालमेल कमेटी ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने समय रहते वार्ता करके सभी समस्याओं का समाधान नहीं किया व दमनकारी नीतियां ‌अपनाते हुए एस्मा के तहत किसी भी प्रकार की कार्यवाही करने का प्रयास किया तो ‌16-17 अक्तुबर को होने वाला चक्का जाम अनिश्चितकालीन में बदल सकता है। जिसकी सारी जिम्मेदारी सरकार व परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों की होगी।

हरियाणा सरकार सख्ती के मूड में
हरियाणा परिवहन विभाग के ए सी एस धनपत सिंह ने बताया कि 30 अगस्त से एस्मा लागू है जो 6 महीने के लिये जारी है। रोडवेज कर्मचारियों के 16 व 17 अक्टूबर के चक्का जाम के मद्देनजर यूनियन कर्मचारियों की प्रिवेंटिव गिरफ्तारियां की जाएंगी। उन्होंने बताया कि सरकार इस मामले में पूर्णतया सख्ती के मूड में है। धनपत सिंह ने बताया कि अभी 4100 बसे हैं, ड्राइवरों की संख्या विभाग के पास पर्याप्त है, ईन्ही बसों को चलाने के लिए बिना कंडक्टर के भी जन हित में राजस्व का घाटा उठा कर भी बसे चलाई जाएंगी।

Shivam