घोड़ी की निर्मम हत्या मामले में 2 पुलिस कर्मी सस्पेंड

8/10/2017 6:10:00 PM

जींद(विजेंदर कुमार):जींद में जिन दो पुलिस अधिकारियों के सामने एक घोड़ी के गले में रस्सी का फंदा डालकर मारा गया था उन दोनों कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही वहां मौजूद अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया। अज्ञात लोगों की पहचान की जा रही है। इस मामले में जांच कमेटी बैठाई गई, जिसमें मामले की जांच का जिम्मा जींद के SP पंकज नैन को सौंपा गया। जींद प्रशासन ने प्राथमिक जांच में पाया कि बहुत ही बर्बर तरीके से घोड़ी को मारा गया है। घोड़ी को न तो प्रशासन द्वारा पागल घोषित किया गया था अौर न ही इसे मारने के आदेश थे। 

जींद के डिप्टी कमिश्नर अमित खत्री का कहना है कि उस समय कुछ लोगों की भीड़ व मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों की संवेदनशीलता मर गई थी। इतना ही नहीं जब घोड़ी के पांव तक बांध दिए गए थे, इसका मतलब घोड़ी कंट्रोल में थी। ऐसे में तो उसे मारने की जरूरत ही नहीं थी। घोड़ी को इंजेक्शन से बेहोश करके भी काम चलाया जा सकता था, लेकिन जितने बर्बर तरीके से उसे मारा गया ऐसा नहीं होना चाहिए था। 

उन्होंने कहा कि डिस्पोज़ यानि मारना तब होता है जब उसका इलाज संभव न हो। डिस्पोज़ प्रशासन करता है अौर इसके करने के भी तरीके होते हैं, लेकिन इतना बर्बर तरीका नहीं होता। वहीं कानून का कहना है कि पशु हत्या के लिए 5 साल तक की सजा हो सकती है।