फर्जी दस्तावेजों के आरोप में 2 महिला सरपंच बर्खास्त, फतेहाबाद में अब तक 7 सरपंचों की बर्खास्तगी

7/31/2017 4:17:46 PM

फतेहाबाद(रमेश भट्ट):फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों के सहारे चुनाव जीतने वाले जिले के दो और सरपंच बर्खास्त हो गए हैं। इनके साथ बर्खास्त होने वाले सरपंचों की संख्या 7 हो गई है जबकि ऐसे 7 और मामलों की अभी जांच चल रही है। बर्खास्त किए गए सरपंचों में गांव नहला की नीलम और गांव समैण की सोनिल शामिल हैं। दोनों गांवों के सरपंचों के खिलाफ ग्रामीणों द्वारा शिकायत देकर आरोप लगाया गया था कि इन्होंने चुनाव के दौरान फर्जी प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर चुनाव लड़ा और चुनाव जीता। शिकायत मिलने के बाद प्रशासन ने सरपंच पर लगे आरोपों की जांच की और इन्हें दोषी पाया। 

डीसी डॉ जेके आभीर ने गांव नहला और समैण की दोनों महिला सरपंचों को पद से बर्खास्त कर दिया है। जिला पंचायत विकास अधिकारी (डीडीपीओ) राजेश खोथ ने की दोनों सरपंचों की बर्खास्तगी की पुष्टि की। दरअसल प्रदेश सरकार ने योजना बनाई थी कि पढ़े लिखे लोग ही चुनाव लड़े इसके लिए बाकायदा एक्ट में संशोधन कर नया एक्ट लाया गया। जिसमें चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता तय की गई थी। मगर बहुत से लोगों ने फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे चुनाव लड़ा और चुनाव जीत भी गए। प्रदेश में अब तक अनेक ऐसे मामले सामने आ भी चुके हैं और कई मामलों की जांच अभी चल रही है। 

वहीं फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने वाले शैक्षणिक संस्थान भी जांच के दायरे में आ गए हैं। आखिर किस आधार पर इन संस्थानों ने शैक्षणिक प्रमाण पत्र जारी कर दिया। प्रशासन अधिकारियों की मानें तो फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने वाले शैक्षणिक संस्थानों पर भी कानून का शिकंजा कस सकता है।