दो सिपाहियों ने पेश की ईमानदारी की मिसाल, लोगों के गुम हुए सामान, पर्स व मोबाइल लौटाए

11/23/2020 4:38:07 PM

फरीदाबाद (सूरजमल): आमतौर पर पुलिस महकमे की छवि को नाकारात्मक नजरिए से देखा जाता है। जिसमें अक्सर यह देखने को मिलता है कि पुलिस अपना काम ढंग से नहीं करती और रिश्वत लेती है, परन्तु फरीदाबाद पुलिस में विभिन्न थानों में तैनात दो सिपाहियों जिनमें पर्वतीय कॉलोनी चौकी के सिपाही मंजीत व ओल्ड फरीदाबाद थाने में तैनात सिपाही राकेश ने ईमानदारी और दृढ़निश्चितता की एक ऐसी मिसाल पेश की जो लोगों को ईमानदारी की राह पर चलने के लिए प्रेरित करती हैं।

सिपाही मंजीत कल देर शाम अपने पुलिस चौकी के अपने बीट क्षेत्र में पीसीआर पर गश्त कर रहे थे। गश्त के दौरान मंजीत को रास्ते में मोबाइल पड़ा हुआ दिखाई दिया। मंजीत ने जब जाकर मोबाइल फोन को रास्ते से उठाया तो वह एप्पल कंपनी का आई फोन 11 मोबाइल था। सिपाही मंजीत ने अपना कर्तव्य निभाते हुए महंगे मोबाइल को अपने पास न रखकर इसे उसके मालिक तक पहुँचाने का निश्चय किया और वहाँ आसपास के लोगों और दुकानदारों से उस फोन के मालिक के बारे में पूछताछ शुरू कर दी।

बहुत देर पूछताछ करने के पश्चात् भी फोन का मालिक नहीं मिला। इसके बाद मंजीत मोबाइल को लेकर चौकी में वापिस लौटे और इसके बारे में पुलिस चौकी प्रभारी सब-इंस्पेक्टर सुरेन्द्र कुमार को बताया। इसके बाद सिपाही मंजीत ने उस मोबाइल का फोटो लेकर अपनी चौकी के सभी बीट अधिकारियों को भेजा और मोबाइल के मालिक के बारे में अपने बीट क्षेत्र में पूछताछ करने के लिए कहा। 

यह प्रक्रिया चल ही रही थी की मोबाइल मालिक सुधीर यादव अपने गुम हुए मोबाइल की शिकायत देने स्वयं पुलिस चौकी पर्वतीय कॉलोनी में आ गए। उन्होंने बताया कि वह नंगला इन्क्लेव पार्ट-2 के रहने वाले हैं और उनका मोबाइल कहीं गुम हो गया है। इसके पश्चात पुलिस चौकी प्रभारी ने उनसे उनके मोबाइल संबंधी कागजात पेश करने के लिए कहा। मोबाइल संबंधी सभी कागजात जांचने के बाद चौकी प्रभारी ने उन्हें उनका मोबाइल लौटाते हुए पूरी घटना के बारे में बताया और अपने मोबाइल को संभालकर रखने की हिदायत दी। सुधीर अपने मोबाइल वापिस पाकर बहुत खुश हुए और कहा कि पुलिस चौकी के अधिकारियों ने उनकी उम्मीदों से बढ़कर कार्य किया है।

इसी तरह ओल्ड फरीदाबाद थाने में तैनात सिपाही राकेश को एक पर्स मिला जिसमें गाड़ी के कागज, 2430 रुपए थे। राकेश ने किसी तरह पर्स के मालिक को ढूंढा जोकि पलवल का रहने वाला था। सिपाही राकेश ने पर्स के मालिक से संपर्क कर उसे उसका खोया हुआ पर्स सौंप दिया। पर्स पाकर उसका मालिक खुश हो गया और उसने पुलिसकर्मी राकेश का धन्यवाद किया।

Shivam