म्यांमार में बंधक बनाए गए फतेहाबाद के दो युवक, सिरसा व उत्तराखंड के एजेंटों पर FIR दर्ज
punjabkesari.in Friday, Nov 21, 2025 - 01:09 PM (IST)
फतेहाबाद : जिले के एक ही गांव के दो युवकों को म्यांमार में चीनी कंपनियों द्वारा बंधक बनाकर जबरन साइबर फ्रॉड करवाए जाने का मामला सामने आया है। पीड़ितों की शिकायत के बाद पुलिस ने सिरसा व उत्तराखंड के तीन एजेंटों के खिलाफ FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
नौकरी की तलाश में थाईलैंड पहुंचे थे युवक
पीड़ित युवकों ने बताया कि वे अलग-अलग एजेंटों के माध्यम से नौकरी की तलाश में थाईलैंड गए थे। वहां से उन्हें अधिक सैलरी और फ्री रहने-खाने का लालच देकर म्यांमार स्थित एक चीनी कंपनी भेज दिया गया। कंपनी पहुंचते ही उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए गए और धमकी देकर गैरकानूनी साइबर कार्य करवाए गए। एक युवक ने भरोसेमंद व्यक्ति की मदद से भारतीय एम्बेसी को ईमेल भेजकर मदद मांगी।
म्यांमार सेना की रेड के बाद बचाव
28 अक्टूबर को म्यांमार सेना ने उस क्षेत्र में रेड की, जिसके दौरान कुछ युवक मौके से भाग निकले और कुछ को सेना ने सुरक्षित थाईलैंड पहुंचाकर भारतीय दूतावास को सौंप दिया। बाद में 6 और 10 नवंबर को भारतीय वायुसेना ने इन्हें थाईलैंड से एयरलिफ्ट कर हिंडन एयरबेस (गाजियाबाद) पहुंचाया। विभिन्न एजेंसियों की पूछताछ के बाद युवकों को संबंधित जिलों के नोडल अधिकारियों को सौंप दिया गया।
23 भारतीय युवकों में फतेहाबाद के तीन
कुल 23 भारतीय युवकों को एयरलिफ्ट किया गया, जिनमें फतेहाबाद के 3 युवक शामिल थे। 7 नवंबर को सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन की टीम ने 11 नवंबर को दो युवकों को टोहाना में रिसीव किया।
एजेंटों के खिलाफ FIR
थानाध्यक्ष ओमप्रकाश ने बताया कि दोनों युवकों की शिकायत पर सिरसा व उत्तराखंड के तीन एजेंटों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने युवाओं को विदेश में नौकरी के नाम पर मिलने वाले लुभावने ऑफर्स से सावधान रहने की सलाह दी। पुलिस ने स्पष्ट किया कि थाईलैंड की वीज़ा-फ्री एंट्री केवल पर्यटन या छोटी बिजनेस ट्रिप के लिए है, रोजगार के लिए इसका इस्तेमाल न करें।