10 दिन पहले पदोन्नत हुए SI ने मांगी 10 हजार की रिश्वत, विजिलेंस ने रंगे हाथों पकड़ा

5/22/2018 12:30:55 PM

यमुनानगर(सुमित अोबरॉय): न खाऊंगा न खाने दूंगा, भ्रष्टाचार मुक्त होगा हरियाणा सरकार के इस नारे को प्रदेश सरकार के अधिकारी फेल करते हुए दिखाई दे रहे हैं। ताजा मामला यमुनानगर के फर्कपुर एरिया का है, जहां मारपीट का केस रद्द करने की एवज में 10,000 रुपए रिश्वत लेने के आरोप में देर शाम विजीलेंस ने थाना फर्कपुर के सब-इंस्पेक्टर बलिंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया। एस.आई. 10 दिन पहले ही पदोन्नत हुआ था। वहीं पकड़े गए सब इंस्पेक्टर ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को  नकारते हुए उसे फंसाए जाने की बात कहते हुए निराधार बताया है।

यह था मामला
22 मार्च को फर्कपुर स्थित बैंक अॉफ बड़ौदा के मैनेजर नरेंद्र कुमार ने थाने में केस दर्ज कराया था कि नई आबादी कॉलोनी निवासी मुकेश की पत्नी उनके बैंक में कर्मचारी है और उसकी विभागीय जांच चल रही है। इसी मामले की जांच करने उच्चाधिकारियों की टीम बैंक में आई थी। इसी दौरान मुकेश बैंक में पहुंच गया। वह आते ही उन पर भड़क गया अौर कर्मचारियों के साथ बहस करने लगा। तभी मुकेश ने उनके साथ हाथापाई कर दी। जब बैंक का सिक्योरिटी गार्ड अंदर आया तो नामजद ने उसकी बंदूक छीनने का भी प्रयास किया। इसके बाद वह फरार हो गया। शिकायत के आधार पर फर्कपुर पुलिस ने मामला दर्ज किया था। 

केस रद्द करने की एवज में मांगी 10 हजार की रिश्वत
मुकेश ने विजिलेंस को बताया कि उसका एक मामला थाना फर्कपुर में चल रहा था। इस मामले की जांच थाने के एएसआई बलिंद्र सिंह द्वारा की जा रही थी। डीएसपी ने अपनी जांच में केस रद्द करने की सिफारिश की थी लेकिन बलिंद्र सिंह केस रद्द करने के लिए 10 हजार रुपए रिश्वत मांग रहा था और इस बात के लिए उसे प्रताड़ित कर रहा था। मुकेश ने बलिंद्र सिंह को सबक सिखाने के उदेश्य से इसकी जानकारी विजिलेंस को दी। 

विजिलेंस टीम ने एसआई को रंगे हाथों किया गिरफ्तार
विजिलेंस इंस्पेक्टर दीपक बख्शी ने बताया कि उन्हें मुकेश सिसोदिया ने शिकायत दी थी कि केस की एवज में बलिंद्र उनसे 10 हज़ार रुपए मांग रहा है। शिकायत पर टीम गठित की गई। बलिंद्र की शिकायतकर्त्ता से 1:00 बजे फोन पर बात हुई। मुकेश ने 5:00 बजे का समय पैसे देने के लिए दिया और उसने इस बात के बारे में उन्हें सूचित कर दिया। जिसक बाद विजिलेंस टीम योजनाबद्ध तरीके से मौके पर पहुंची अौर सब इंस्पेक्टर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। जैसे ही उसे पकड़ा उसके हाथ लाल हो गए और उसके गद्दे के नीचे से 10 हज़ार मिले हैं। सब इंस्पेक्टर 10 दिन पहले ही पदोन्नत हुआ था और इस मामले की जांच इसे सौंपी गई थी। वहीं विजिलेंस की टीम द्वारा रिश्वत लेते पकड़े गए सब इंस्पेक्टर बलिंद्र ने खुद को निर्दोष बताया है।


 

Nisha Bhardwaj