संदीप सिंह को विधानसभा सत्र में शामिल न करने की उठी मांग, सोनिया दूहन ने सरकार दिया अल्टीमेटम

2/10/2023 6:25:05 PM

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी) : खेल विभागी की जूनियर महिला कोच के साथ छेड़छाड़ करने से आरोपों से घिरे हरियाणा सरकार में मंत्री संदीप सिंह को विधानसभा के बजट सत्र में शामिल न करने की आवाज उठने लगी है। राष्ट्रवादी विद्यार्थी कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया दूहन ने सरकार को घेरते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल को नैतिकता दिखाते हुए संदीप सिंह को विधानसभा के बजट सत्र में शामिल नहीं होने देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि संदीप सिंह जैसे व्यक्ति सदन के भीतर प्रवेश करेंगे तो सदन की मर्यादा कलंकित होगी।

 

पिहोवा में संदीप सिंह द्वारा ध्वजारोहण का भी विरोध कर चुकी हैं सोनिया

सोनिया दूहन ने कहा कि कहा कि संदीप सिंह के खिलाफ 31 दिसंबर को मामला दर्ज किया गया था, जिस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। चंडीगढ़ पुलिस एफआईआर दर्ज करने के बाद इस मामले को भूल ही गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने संदीप सिंह को 26 जनवरी को पिहोवा में ध्वज फहराने की इजाजत दी। संदीप सिंह का विरोध करने पर पुलिस द्वारा मंत्री के इशारे पर उसके साथ अभद्रता की गई। पुलिस उनके रिश्तेदारों पर लगातार दबाव बना रही है। सोनिया दूहन ने कहा कि अब भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कार्यकारिणी की बैठक में संदीप सिंह को न बुलाकर सही फैसला किया है। वहीं सोनिया ने कहा कि यह पर्याप्त नहीं है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि धनखड़ को चाहिए कि वे इस मामले में संदीप सिंह पर कार्रवाई करने के लिए सरकार पर दबाव बनाएं। इसी के साथ धनखड़ को संदीप सिंह को मंत्रिमंडल से बाहर करने के लिए भी सरकार पर दबाव बनाना चाहिए।

 

सोनिया बोलीं, सरकार नहीं मानी तो खापों के साथ मिलकर लेंगी बड़ा फैसला

सोनिया दूहन ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता से अपील करते हुए कहा कि विधानसभा की गरिमा को बचाने रखने के लिए संदीप सिंह को सत्र में शामिल न किया जाए। उन्होंने कहा कि छेड़छाड़ के संगीन आरोपों से घिरे संदीप सिंह को पवित्र सदन में प्रवेश नहीं करने देना चाहिए। सोनिया ने कहा कि संदीप सिंह जैसे लोग अगर सदन के भीतर प्रवेश करेंगे तो सदन की मर्यादा भंग होगी। वहीं उन्होंने सरकार को सीधी चुनौती देते हुए कहा कि यदि मुख्यमंत्री ने अपनी जिम्मेदारी नहीं समझी तो वे खापों के साथ मिलकर इस बारे में कोई ठोस फैसला लेने को मजबूर होंगी।

 

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Content Writer

Gourav Chouhan