चाचा अभय का भतीजे दुष्यंत पर सीधा हमला- ''वही भ्रष्टाचार करते हैं, वही जांच करते हैं''

10/27/2020 8:47:46 PM

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के पुत्र एवं इण्डियन नेशनल लोकदल से विधायक अभय सिंह चौटाला ने आज गठबंधन पर गम्भीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने पंजाब केसरी से विशेष मुलाकात में कहा कि यह गठबन्धन नहीं बल्कि ठगबन्धन है, इन्होंने जितनी लूट प्रदेश में की शायद किसी भी प्रदेश में इतनी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान सामाजिक संस्थाओं द्वारा दिया गया दान भी इन्होंने सरकारी खर्च में दिखाया और अपनी जेबें गर्म की। उनसे बातचीत के कुछ अंश आपके सामने प्रस्तुत हैं:-

प्रश्न: गठबंधन सरकार के इस 1 साल को कैसे देखते हैं?
उत्तर:
इस 1 साल के दौरान जितनी बड़ी लूट हरियाणा में मची, शायद किसी प्रदेश में इतनी नहीं मची हो। लॉकडाउन में तो हदें पार कर दी गई। किसान का गेहूं, धान, मक्का, बाजरा, सरसों की लूट हुई। शराब माफिया ऐसा एक्टिवेट हुए कि प्रदेश में अनेकों गोदामों की खिड़कियां तोड़कर एक लाख बीस हजार बोतलें चोरी की गई और उस दौरान भारी मात्रा में पुलिस बल हर जगह तैनात था फिर भी खुलेआम शहरों, कस्बों और गांवों में शराब बिकी। ट्रकों के ट्रक गायब हुए। सरकार ने एसआईटी का गठन किया। लेकिन आज तक कोई रिपोर्ट नहीं आई। रजिस्ट्री घोटाला हुआ। बहुत सी सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं, गुरूद्वारों, मन्दिरों और सामाजिक लोगों ने गरीबों को इंसानियत के तौर पर खाना दिया। लेकिन इस सरकार ने उस खर्च को सरकारी खर्चा दिखाकर अपनी जेब भरी। अगर इस साल में हुए घोटालों की जांच की जाए तो कोई भी विभाग ऐसा नहीं होगा जिसमें भ्रष्टाचार न हुआ हो।

प्रश्न: मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री अपने इस साल खासतौर पर कोरोना काल के दौरान हुए कामों पर अपनी पीठ खूब थपथपा रहे हैं
उत्तर: बताएं तो कि लोगों के फायदे के लिए आखिर किया क्या है। विज साहब कहते हैं कि उनके विभाग में पता नहीं हिलने देंगे लेकिन 300 रूपये कीमत की पी.पी.टी. कट 1067 में खरीदी गई। यह तो लोगों द्वारा गरीबों को दिया हुआ पैसा भी खा गए।

प्रश्न: 5 नवंबर से शुरू होने वाले सत्र में आपका क्या रुख रहेगा?
उत्तर: मुझे जब बोलने का मौका मिलेगा तो मैं सरकार से बोलूंगा कि काले कानूनों को वापस लिया जाए इसके लिए एक प्रस्ताव लाना चाहिए। हरियाणा कृषि प्रधान प्रदेश है। देश के 40 प्रतिशत लोगों का पेट भरता है। अगर कंपनियां आई तो किसान बर्बाद हो जाएगा। हम कुरूक्षेत्र के पिपली में किसान बचाओ रैली करने जा रहे हैं। उसके बाद तय करेंगे कि आगे क्या करना है।

Shivam