हरियाणा ई-अधिगम टैबलेट वितरण योजना की उज्बेकिस्तान ने की सराहना: कंवर पाल गुर्जर

7/27/2022 7:14:27 PM

चंडीगढ़ (धरणी) : अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हरियाणा सरकार द्वारा ई-अधिगम योजना के तहत सरकारी स्कूलों में पढने वाले 5 लाख बच्चों को फ्री टैबलेट, 2 जीबी इंटरनेट डाटा व सॉफ्टवेयर दिए जाने पर प्रशंसा होने लगी है। यह बात आज शिक्षा मंत्री से चण्डीगढ़ में मिलने आए उज्बेकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल ने कही। प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा मंत्री को बताया कि विश्व भर में इस बात को लेकर खूब चर्चा है कि 5 लाख बच्चों को फ्री टेबलेट, इंटरनेट व सॉफ्टवेयर कैसे दिया जा रहा है।

इस दौरान नामनगान विश्वविद्यालय उज्बेकिस्तान के कुलपति व अन्य सदस्यों ने इस योजना को कैसे तैयार किया गया और इसकी विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने शिक्षा मंत्री से आग्रह किया कि उन्हें हरियाणा इस प्रकार की योजना तैयार करने में अपनी विशेषज्ञता प्रदान करें ताकि वे भी अपने देश में विद्यार्थियों के लिए ऐसी योजना लागू कर सकें। उन्होंने कहा कि पूरा विश्व जानता है कि भारत का इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में विशेषज्ञों का बोल-बाला है।

कंवर पाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने स्कूल स्तर पर बच्चों को टैबलेट देकर इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी क्षेत्र में गहरी रूचि का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि स्कूल में बच्चे ई-अधिगम योजना के माध्यम से पढ़ाई कर टेक्नोलॉजी में कुशल होंगे, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोजगार भी उपलब्ध होंगे।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है जिसने सरकारी स्कूलों के 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा के 5 लाख विद्यार्थियों को टैबलेट वितरित किए गए हैं। प्रदेश सरकार शिक्षा में और अधिक सुधार के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय तकनीक का है और हम अपने विद्यार्थियों को किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं रहने देना चाहते हैं। हमारा प्रयास है कि जिस तरह से हरियाणा प्रदेश ने अन्य क्षेत्रों में प्रगति की है, उसी तरह से इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी में भी हमारे प्रदेश के युवा दुनियाभर में देश व प्रदेश का नाम रोशन करें। कंवर पाल ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले होनहार विद्यार्थियों के लिए सुपर-100 कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है। मेधावी विद्यार्थियों का करियर बनाने के लिए शिक्षा विभाग का सुपर-100 कार्यक्रम एक अनूठा प्रयास है। इसके तहत आईआईटी व नीट की फ्री कोचिंग दी जाती है।

उज्बेकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि हमारे देश के विद्यार्थियों में भी इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी सहित कौशल विकास की रूचि पैदा हो इसके लिए हम इस योजना का अनुसरण कर रहे है। जिससे की वहां पर भी विशेषज्ञ तैयार हो। उन्होंने बताया कि अब भारत ने नई शिक्षा नीति- 2020 बनाई है। लेकिन उनके यहां पर अब तक रशियन पाठ्यक्रम ही पढ़ाया जाता है। परंतु यह उचित समय है अब भारत की इस नीति से अधिक से अधिक सीखा जाएगा।

शिक्षा मंत्री से प्रतिनिधिमंडल ने टेक्नोलॉजी के आदान- प्रदान के लिए आग्रह करते हुए कहा कि उज्बेकिस्तान के 5 विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर अंग्रेजी विषय में हरियाणा के सरकारी विश्वविद्यालयों में दाखिला करवाया जाए, जिससे वहां के विद्यार्थी अंग्रजी विषय पर अपनी अच्छी पकड बना सकें। उन्होंने कहा कि भारत में अंग्रेजी भाषा पाठ्यक्रम आसान है। इसलिए भारतीय अंग्रेजी भाषा की सामग्री उनके स्कूलों के लिए उपयुक्त है। इसके अलावा, अंग्रेजी व कंप्यूटर विषय के अध्यापकों को लघु प्रशिक्षण के लिए उज्बेकिस्तान  भेजने पर भी शिक्षा मंत्री ने सहमति जताई है। 

उज्बेकिस्तान फरीदाबाद सूरजकुंड मेले का पार्टनर
शिक्षा मंत्री ने कहा कि हरियाणा कला व संस्कृति के लिए प्रसिद्व  फरीदाबाद सूरजकुंड मेले का उज्बेकिस्तान पार्टनर देश है। इसके सहयोग से मेले का आयोजन किया जाता है। इसके साथ-साथ शिक्षा में हरियाणा उज्बेकिस्तान का सहयोगी बनेगा। उन्होंने कहा कि दोनों देश के दूतावास के समन्वय और मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में इस सहयोग को आगे बढ़ाया जाएगा। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को सम्मानित किया। उज्बेकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा मंत्री को वहां के इंजीनियरिग के विद्यार्थियों द्वारा डिजाइन की गई टोपी व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर उज्बेकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल में विदेशी भाषा विभाग के प्रमुख श्री खोशिमोवा डिल्डोरा, अंतर्राष्ट्रीय संबंध के वाइस रेक्टर अनवरजोन मखकामोव, अवज़बेक युलदाशेव, शेरज़ोद जुरायेव ,यातुर्सुनोव सहित स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी प्रमोद कुमार व संदीप मौजूद रहे।

 

Content Writer

Manisha rana