लम्पी की रोकथाम के लिए युद्धस्तर पर किया जा रहा टीकाकरण का काम

8/20/2022 7:05:21 PM

घरौंडा(विवेक): लम्पी बीमारी को लेकर कई राज्यों में हाहाकार मचा हुआ है। हरियाणा में भी विभाग और सरकार ने लम्पी की रोकथाम के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। करनाल जिले के घरौंडा में हालांकि अभी तक लम्पी का कोई मामला सामने नहीं आया, लेकिन पशुपालन विभाग ने यहां भी टीकाकरण का काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है। शनिवार को पशुपालन विभाग के डॉक्टरों की टीम शहर की एक स्थानीय गौशाला में पहुंची, जहां उन्होंने 400 गौवंश का वैक्सीनेशन किया। पशुपालन विभाग के डॉक्टर हरिओम शर्मा ने बताया कि गोट पॉक्स वैक्सीन की 36 वायल घरौंडा पहुंची है और एक वायल में 99 डोज होती है। एक पशु को एक एम.एल. सबकट डोज दिया जाता है।

 

डॉक्टर हरिओम ने बताया कि आज 400 डोज गोवंश को वैक्सीन लगाई गई है। उन्होंने बताया कि गॉट पॉक्स वैक्सीन लगाने के बाद पशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है और वह इस बीमारी से दोबारा संक्रमित नहीं होता। चूंकि लम्पी वायरस मक्खी मच्छरों के कारण पशुओं में फैलता है, इसलिए बी.डी.पी.ओ कार्यालय की तरफ से फॉगिंग मशीन उपलब्ध करवाई गई है और गौशाला में फोगिंग भी कराई जाएगी।

 

पशुओं को बचाने के लिए खास ध्यान रखने की है जरूरत


डॉक्टर हरिओम शर्मा ने गोवंश को लम्पी वायरस से बचाने के लिए पशुपालकों को सावधानियां बरते की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि पशुपालक अपने पशुओं को खुले व हवादार स्थान पर बांध कर रखें। मक्खी-मच्छर के प्रकोप से पशुओं को बचाकर रखना काफी महत्वपूर्ण है। इसके लिए नीम के पत्तों का धुआं भी कर सकते है या फिर ज्वार व गूगल की धूनी देकर पशु स्थल को स्वच्छ बनाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त नीम के पत्तों को उबालकर, फिटकरी व लाल दवाई डालकर पशुओं को नहलाया जा सकता है, जिससे पशु मक्खी मच्छर के प्रकोप से बचा रहता है। नियमित तौर पर फिनाइल, फिटकरी व नीम के पत्ते का स्प्रे पशु के ऊपर करते हैं, तो भी मक्खी मच्छर के प्रकोप से पशु को बचाया जा सकता है।

 

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Content Writer

Gourav Chouhan