ठिठुरती सर्दी से सब्जियों की फसल हो रही प्रभावित, किसानों ने लिया आधुनिक तरीकों का सहारा

12/23/2019 10:48:18 AM

रतिया (झंडई) : उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में भारी हिमपात होने के साथ-साथ मैदानी इलाकों में जैसे-जैसे ठंड बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे सब्जी उत्पादकों के लिए भी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। सब्जी उत्पादक किसानों को अपनी सब्जियों को सर्दी व कोहरे से बचाने के लिए प्लास्टिक के पॉलीथिन का सहारा लेना पड़ रहा है। रतिया क्षेत्र के गांव मुंशीवाली, डिग्गी ढाणी, चंदो, महम्मदपुर सौत्र सहित दर्जनों गांवों में किसानों द्वारा इन दिनों खीरा, शिमला मिर्च, टमाटर, आलू व अन्य सब्जियों का उत्पादन किया जा रहा है और इनको बचाने के लिए विशेष व्यवस्था भी की जा रही है।

क्षेत्र के किसान हरप्रीत सिंह, हरदीप सिंह, गुरदयाल सिंह, मुख्त्यार सिंह, जंगीर सिंह, लखविंद्र सिंह, हरदेव सिंह व अन्य किसानों ने अपने-अपने खेतों में लगाई गई सब्जियों को आधुनिक तरीके से लगाए गए पॉलीथिन को दिखाते हुए बताया कि विशेषकर कोहरे से बचाने के लिए ही उन्हें इस तरह की आधुनिक तरीके अपनाने पड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि जैसे ही सर्दी के साथ-साथ कोहरा अपना कोहराम मचाता है तो उसका अत्यधिक प्रभाव सब्जियों पर ही पड़ता है। 

उन्होंने यह भी बताया कि किसान जिस तरह आधुनिक तरीकों के साथ सब्जियों को बचाने के उपाय करता है, उस तरह उन्हें मंडियों में इसका पूरा दाम नहीं मिल पाता है। किसानों ने यह भी बताया कि इस तरह की तकनीक कृषि विभाग के विशेषज्ञों द्वारा ही प्रदान की जाती है और उनके अनुसार ही अन्य फसलों की तरह सब्जियों की भी रखवाली की जाती है।

उन्होंने यह भी बताया कि विदेशों में इस तरह की पद्धति अपनाई जाती थी और इसके तहत ही किसान सब्जी के उत्पादन में वृद्धि करते थे। जैसे-जैसे यह तकनीक बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे किसान भी उसे अपना कर सब्जियों के उत्पाद को बढ़ा रहा है। अनेक किसानों ने यह भी बताया कि नई तकनीक सब्जी उत्पादकों के लिए काफी लाभदायक हो सकती है।

Isha