2 साल पहले ही विधानसभा चुनावों के लिए पसीना बहा रहे ये दिगग्ज

7/14/2017 12:25:30 PM

पानीपत (सुरजीत खर्ब):हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव में अभी 2 साल का समय है। अभी से ही सभी दलों के नेताओं ने राजनीतिक जमीन तैयार करने के लिए पसीना बहाना शुरू कर दिया है। नेता अभी नहीं तो कभी नहीं के फार्मूले पर चल रहे हैं। यही कारण है कि भाजपा के अलावा कांग्रेस व इनैलो भी मैदान में दम भर रही है। कांग्रेस पार्टी अपनी पंचायतों, सत्याग्रहों व धरनों से राजनीतिक वजूद को मजबूत करने का काम कर रही है तो इनैलो एस.वाई.एल. के मुद्दे पर प्रदर्शन में लगी हुई है। 

सत्ताधारी पार्टी की बात करें तो मुख्यमंत्री खट्टर अलग-अलग कार्यक्रमों में जो घोषणाएं की थी उन्हें तय समय में पूरा करवाने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं, पूर्व में जिला परिषदों, ग्राम पंचायतों के सदस्यों को मानदेय बढ़ाकर भी अपनी ओर करने का काम किया है। हाल के दिनों में भाजपा ने कोई बड़ी रैली नहीं की है। पहले भी जो हुई है उसमें पंचायत सदस्यों, आंगनबाड़ी व आशा वर्कर को बुलाकर भीड़ जोड़ने का काम किया जाता रहा। भाजपा ने पार्टी संगठन पदाधिकारियों के सम्मेलन व बैठकें बुलाकर पार्टी को मजबूत करने का संदेश देने का काम जरूर किया है। आने वाले दिनों में भाजपा अपने दम पर कोई बड़ी रैली करती है या नहीं यह देखने वाली बात होगी। 

अलग-अलग नेता अपना झंडा मजबूत करने में लगे
दूसरी ओर कांग्रेस में भी अलग-अलग नेता अपना झंडा मजबूत करने में लगे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा किसान पंचायतों से भीड़ जुटा रहे हैं। इसकी रिपोर्ट सरकार के अलावा कांग्रेस आलाकमान को भी जा रही है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डा.अशोक तंवर, कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुर्जेवाला भी अपने स्तर पर व्यापारी सम्मेलनों का आयोजन पर लोगों से सीधे जुडऩे का काम कर रहे हैं। कांग्रेस में एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ लगी है। आने वाले दिनों में यह राजनीतिक लड़ाई ज्यादा बढऩे की उम्मीद है। तीनों बड़े नेताओं के अलावा पूर्व मंत्री कुमारी शैलजा भी एक बार फिर से सक्रिय हो चुकी हैं। शैलजा व किरण चौधरी भी जी.एस.टी. के बहाने अपने-अपने समर्थकों के बीच सम्मेलन कर रही है। इनैलो की बात करें तो इनैलो के नेता एस.वाई.एल. के मुद्दे पर पहले बार्डर पर कस्सी लेकर पानी लाने के बहाने शक्ति प्रदर्शन कर चुके हैं तो दूसरी बार पंजाब से हरियाणा में आने वाले मुख्य रास्तों को बंद कर पानी का हक मांगने का काम कर चुके हैं। 

हालांकि इनैलो के प्रदर्शन पर सुप्रीम कोर्ट ने अप्रत्यक्ष रूप से टिप्पणी भी की थी। इनैलो नेता अभय चौटाला व सांसद दुष्यंत चौटाला एस.वाई.एल. के मुद्दे पर प्रदेश का दौरा कर चुके थे। वहीं पार्टी की छात्र इकाई भी कालेजों में काफी सक्रिय है, जिसने युवाओं को अपने साथ जोडऩे का काम किया है। बसपा ने अभी कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं किया हैं। अन्य कोई पार्टी हरियाणा में इतनी सक्रिय नहीं है। आने वाले दिनों में पार्टी नेताओं की सक्रियता पहले से ज्यादा बढ़ेगी जो आने वाले चुनाव को प्रभावित करने का काम करेगी।