मामला रफा-दफा करवाने के लिए चौकी इंचार्ज ने ली 8 हजार की रिश्वत, विजिलेंस ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार
3/26/2023 8:00:51 PM
यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता/सुमित ओबेरॉय) : भ्रष्ट अधिकारियों पर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) का एक्शन लगातार जारी है। यमुनानगर एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने 8 हजार की रिश्वत लेते हुए खेड़ी लक्खा सिंह चौकी इंचार्ज को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। कार के लेनदेन के मामले में शिकायतकर्ता के खिलाफ चौंकी में शिकायत दी गई थी। जिसको निपटाने की एवज में ये पैसे मांगे गए। चौकी इंचार्ज ने शिकायतकर्ता से 10 हजार की मांग की थी। जिसमें से शिकायतकर्ता 2 हजार पहले ही दे चुका था। अब इसमें एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने 8 हजार रुपये की रिश्वत के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया है और एसीबी की टीम आगे की कार्यवाही कर रही है।
शिकायत कर्ता जोगिंदर ने एंटी करप्शन ब्यूरो को दी शिकायत में बताया कि वो किराये पर जेसीबी चलाता है। सितंबर 2021 में उन्होंने अंटावा निवासी नरेश से स्विफ्ट डिजायर कार खरीदी थी। जिसके पांच हजार रुपये एडवांस नरेश को दे दिए थे और बाद में दो लाख रुपये देकर एफिडेविट बनवा लिया था। बाकी 60 हजार रुपये एनओसी बनवाकर दिए जाने के बाद देने का वादा हुआ था। इसके बावजूद भी उसे एनओसी नहीं दी गई। जिस पर जोगिंद्र ने सीएम विंडो पर शिकायत दी थी। वहां से शिकायत सदर यमुनानगर थाना में पहुंची। नरेश को थाना में बुलाया गया था। जहां पर उसने 20-25 दिन का समय मांगा था। यह शिकायत दफ्तर दाखिल हो गई थी। इसके बावजूद भी उसे एनओसी नहीं दी गई थी। उल्टा उसके खिलाफ खेड़ी लक्खा चौकी में नरेश ने कार का पैसा न देने की शिकायत दे दी थी। जिसको लेकर ही एएसआई कंवल सिंह ने जोगिंद्र को चौकी में बुलाया था और उसी मामले को निपटाने की एवज में 10 हजार की रिश्वत की मांग की थी।
बता दें कि मार्च महीने में तीसरा पुलिसकर्मी एंटी करप्शन ब्यूरो टीम के हत्थे चढ़ा है। इससे पहले साढ़ौरा एसएचओ और छछरौली थाना का ड्राइवर गिरफ्तार हो चुका है। इसके साथ ही डीएफएससी विभाग के 2 कर्मचारी भी रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धरे जा चुके हैं।
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