जीएसटी नंबर देने के लिए इंस्पेक्टर मांग रहा था रिश्वत, विजिलेंस ने रंगे हाथों दबोचा

2/28/2023 9:01:43 PM

रेवाड़ी (महेंद्र भारती) : विजिलेंस टीम ने जीएसटी इंस्पेक्टर शिवपाल सिंह को दो हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। घटना ततारपुर इस्तेमुरार की दोपहर बाद करीब पौने तीन बजे की है। विजिलेंस ने आरोपित के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है।

जानकारी के मुताबिक गांव ततारपुर इस्तेमुरार जिला रेवाड़ी निवासी संजीव कुमार ने व्यवसाय के उद्देश्य से एक फर्म बनाई है तथा फर्म की लोकेशन गांव में ही दिखाई गई है। इस फर्म के लिए संजीव को जीएसटी नंबर की आवश्यकता है तथा उन्होंने जीएसटी नंबरों के लिए टैक्स विभाग में आवेदन किया हुआ था। जीएसटी नंबर के लिए विभागीय अधिकारी द्वारा मौके पर जाकर वेरीफिकेशन की जाती है। इसी वेरीफिकेशन के लिए इंस्पेक्टर शिवपाल सिंह ने दो हजार रुपये की डिमांड की थी, जिसे देने के लिए संजीव तैयार हो गया, लेकिन उन्होंने इसकी सूचना विजिलेंस को कर दी। तत्पश्चात धारूहेड़ा के बीडीपीओ करतार सिंह को ड्यूटी मैजिस्ट्रेट नियुक्त करते हुए विजिलेंस इंस्पेक्टर नवल किशोर शर्मा के नेतृत्व में छापामार दल का गठन किया गया। दूसरी ओर फर्म की वेरीफिकेशन के लिए टैक्स इंस्पेक्टर शिवपाल सिंह गांव ततारपुर इस्तेमुरार पहुंचा। जहां संजीव ने उसे यह दो हजार रुपये सुविधा शुल्क के तौर पर दे दिए। साथ ही विजिलेंस को भी इशारा कर दिया। इशारा मिलते ही विजिलेंस ने धावा बोलते हुए शिवपाल सिंह को मौके से रंगे हाथों धर-दबोचा तथा उसे विजिलेंस कार्यालय ले आई। जहां उसके विरुद्ध भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई शुरू की।

विजिलेंस इंस्पेक्टर नवल किशोर शर्मा ने बताया कि फर्म वेरीफिकेशन की एवज में टैक्स इंस्पेक्टर ने दो हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी तथा उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया है।

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Content Writer

Gourav Chouhan