फार्मेसी काउंसिल के चेयरमैन का बड़ा बयान, बोले- विजिलेंस ने दूध का दूध और पानी का पानी किया

9/5/2022 8:53:05 PM

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): लंबे समय से हरियाणा फार्मेसी काउंसिल के अध्यक्ष धनेश अधलखा और उनके रजिस्ट्रार की कार्यप्रणाली को लेकर चल रही विजिलेंस की जांच लगभग पूरी हो चुकी है। जांच में इन दोनों का कोई दोष नहीं पाए जाने की बात सामने आई है। दरअसल अधलखा ने हरियाणा फार्मेसी काउंसिल के अध्यक्ष पद की 6-3-2019 को जिम्मेदारी संभालने के बाद से दूसरे राज्यों से फार्मेसी करने वाले बच्चों के रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा रखी थी। जिसे लेकर लगातार इन्हें विरोध का सामना करना पड़ रहा था। लगातार हो रहे विरोध और लग रहे आरोपों को लेकर हरियाणा सरकार ने विजिलेंस जांच का फैसला लिया था। इस मामले को लेकर अब लगभग पिक्चर क्लियर हो चुकी है। चेयरमैन अधलखा ने बताया कि विजिलेंस ने दूध का दूध और पानी का पानी किया है। हरियाणा से फार्मेसी करने वाला एक भी व्यक्ति कहे कि रजिस्ट्रेशन के लिए उनसे चेयरमैन या फिर मेरे रजिस्ट्रार ने रूपए लिए हो तो मैं हर प्रकार की सजा के लिए तैयार हूं।

 

सही तरीके से पढ़कर फार्मेसी करने पर ही नौकरी का मिलेगा अवसर: अधलखा

 

अधलखा ने बताया कि फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने अब हर उम्मीदवार के लिए एग्जिट एग्जाम क्लियर करना कंपलसरी कर दिया है। किसी भी राज्य से फार्मेसी करने के बाद एग्जिट एग्जाम क्लियर करने वाले का ही रजिस्ट्रेशन होगा। अगला कदम फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया को बी फार्मेसी में भी एग्जिट एग्जाम लाने का है। प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री इस मामले को लेकर बेहद गंभीर हैं कि स्वास्थ्य के खिलाफ षड्यंत्र नहीं रचने दिया जाएगा। जिस भी बच्चे ने सही तरीके से पढ़कर फार्मेसी की होगी, उसे ही सरकारी व अन्य बड़ी कंपनियों में नौकरी का अवसर मिलेगा। जिसने किसी भी गलत तरीके से फार्मेसी की होगी वह एग्जिट एग्जाम क्लियर नहीं कर पाएगा।

 

नॉन अटेंडिंग और बिना पढ़े लोगों का रजिस्ट्रेशन किसी भी सूरत में नहीं होगा: अधलखा

 

अधलखा ने बताया कि 1966 से गठित हुआ हरियाणा फार्मेसी काउंसिल में कुल रजिस्ट्रेशन नंबर 45 हजार चल रहा है। जिसमें से 29135 वैली वैलिड वोटर हैं। क्योंकि 3-4 हजार व्यक्तियों का निधन हो चुका है। इतने काही दूसरे राज्यों में माइग्रेशन हो चुका है और करीब 2500 रिन्यूअल ही नहीं करवाया है। 6 इलेक्टेड मेंबर के रूप में चुने जाते हैं और 5 नॉमिनेटेड होते हैं। कुल 43 कैंडिडेट चुनाव मैदान में है। सभी 11 सदस्यों में से चेयरमैन चुना जाता है। मैं 2024 तक का नॉमिनेटेड सदस्य हूं।इलेक्टेड होने के बाद मैं इस पद को छोड़ दूंगा। चुनाव जीतने वाला हर व्यक्ति अध्यक्ष पद के लिए पात्र है। 11 में से एक व्यक्ति प्रधान बनेगा। 

 

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Content Writer

Gourav Chouhan