सीलबंद रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हुए विज, दोबारा मांगा जवाब

1/2/2020 9:32:12 AM

डेस्कः गृह मंत्री अनिल विज की तल्खी के बाद बुधवार को सी.आई.डी. चीफ अनिल राव की ओर से गृह मंत्री के पास दो सीलबंद लिफाफे भेजे गए लेकिन विज उससे संतुष्ट नहीं हुए। बताया गया कि उक्त लिफाफे में विधानसभा चुनाव की पूरी सी.आई.डी. रिपोर्ट नहीं थी जिस पर विज ने दोबारा रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए हैं। फिलहाल सी.आई.डी. चीफ राव ने इसके लिए थोड़ा वक्त मांगा है। दरअसल, गृह मंत्री अनिल विज ने बीते 11 दिसम्बर को सी.आई.डी. चीफ अनिल राव से विधानसभा चुनाव के सभी 90 क्षेत्रों की सी.आई.डी. रिपोर्ट मांगी थी।

विज की ओर से यह कहा गया कि सी.आई.डी. ने चुनाव को लेकर सर्वे के जरिए जो रिपोर्ट तैयार की थी उसे उनके पास 10 दिनों में भेजा जाए। लेकिन 10 दिनों का समय बीतने के बाद भी सी.आई.डी. चीफ की ओर से उक्त रिपोर्ट नहीं भेजी गई। जिसके बाद 25 दिसम्बर को गृह मंत्री की ओर से राव को एक रिमाइंडर भेजा गया। हैरानी की बात यह है कि रिमाइंडर के बाद भी विज के पास रिपोर्ट नहीं पहुंची। जहां विज के स्पष्टीकरण का पत्र मीडिया में लीक करने के बाद ही सी.आई.डी. चीफ की ओर से दो सीलबंद लिफाफे में जवाब भेजा गया लेकिन अभी भी गृह मंत्री उससे संतुष्ट नहीं है। विज का कहना है कि यह जवाब अधूरा है और उन्हें पत्र के सभी ङ्क्षबदुओं के तहत जानकारी दी जाएगी।

विज ने मांगीं कई और  सीक्रेट जानकारियां 
गृह मंत्री ने सी.आई.डी. चीफ से कई और सीक्रेट जानकारी की रिपोर्ट मांगी है जो अभी तक नहीं पहुंची है। खुद विज ने कहा कि उनका किसी अफसर से कोई विवाद नहीं है लेकिन वह विभाग के मंत्री हैं और उनका आदेश समयावधि में पूरा करना अफसरों का कत्र्तव्य है। ऐसे में यदि सी.आई.डी. चीफ को कोई रिपोर्ट देने में या तैयार करने में दिक्कत हो रही हो तो वह उनके पास खुद आकर बता सकते हैं न कि रिपोर्ट देने में आनाकानी करें।

मुख्यमंत्री मेरे अच्छे दोस्त, मुगालते में न रहें अफसर : विज
गृह मंत्री अनिल विज ने अफसरों को नसीहत देते हुए कहा कि जो अफसर खुद को सरकार समझ रहे हैं, वह मुगालते में न रहें, बल्कि वह अपना काम करें। विज ने कहा कि मुख्यमंत्री मेरे अच्छे दोस्त हैं। 
मेरे और मुख्यमंत्री के बीच कोई विवाद नहीं है। विज ने कहा कि हम लोग जनता से वोट मांगते हैं लेकिन कुछ अफसरों को लगता है कि वही सरकार हैं। बता दें कि नौ आई.पी.एस. अफसरों की तबादला सूची पर ऐतराज जताने के मामले में गृह मंत्री की अभी मुख्यमंत्री के साथ खास बातचीत नहीं हो पाई है। विज ने तबादला सूची रद्द करने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।

Isha