वसूली कर रही यूपी पुलिस को ग्रामीणों ने पीटा

5/25/2019 4:06:22 PM

यमुनानगर(सुमित ओबराय): कैसे चल रहा है यूपी में खनन सामाग्री से भरे ट्रकों से अवैध वसूली का खेल। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब हरियाणा से जा रही खनन सामग्री के ट्रक ड्राइवरो से यूपी पुलिस ने पैसे वसूले। बता दें यूपी पुलिस ने हरियाणा की सीमा में आकर ट्रक रोककर ड्राइवर के साथ बदतमीज़ी की, तो वहां मौजूद लोगों ने पुलिस पर जमकर गुस्सा किया। हंगामे में बिना वर्दी पहने लोगों से उलझे एक पुलिस कर्मी की लोगो ने जमकर धुनाई भी कर डाली।



वहीं मीडिया के कैमरों को देखकर यूपी पुलिस अधिकारी ऑफ लाइन बात करने के लिए मीडिया को कहते हुए वहाँ से निकल गये।आरोप यह है कि यूपी पुलिस पर ड्राइवर्स के साथ दबंगई, अवैध वसूली और फायर करने के आरोप है। वहीं मामले की सूचना मिलते ही मौके पर आई हरियाणा पुलिस ने हंगामे को शांत किया। बता दें यमुनानगर की खजूरी रोड पर यूपी पुलिस द्वारा रोके ट्रक ड्राइवर परवेज़ ने बताया कि वह यूपी के उड़नपुर गांव का रहने वाला है।

साथ ही उसने बताया कि उसके गांव से 40 गाड़ियां है जो खनन सामग्री लेकर सजापुर चेकपोस्ट से होते हुए निकलती है। वहां यूपी पुलिस द्वारा हर गाड़ी से एक हज़ार रुपए एंट्री वसूली जाती है। 50 हज़ार रुपए अवैध वसूली करते है। मैंने पुलिस विभाग के सभी बड़े अधिकारियों और सीएम के दिए गए टोल फ्री नंबर पर भी कॉल कर इस पूरे मामले की जानकारी दी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई मेरे पास सभी गाड़ी के कागज हैं और मेरी गाड़ी ओवरलोड भी नहीं है।



वहीं पुलिस कर्मचारियों ने मेरे ऊपर गोली दागी मैंने भागकर अपनी जान बचाई।यहां जो आसपास के लोग इकट्ठा है उन्होंने मेरी जान बचाई है।एक बार फिर से यूपी पुलिस की शाहजहांपुर पोस्ट पर तैनात पुलिस कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह लोग मुझ पर गोली चला रहे थे मैंने भागकर जान बचाई है और इनके द्वारा रोज वहां पर अवैध वसूली की जाती है। हंगामे के बारे में जानकारी देते हुए ट्रक ड्राइवर के पिता मोहम्मद अलीम ने बताया कि मामला यह है कि गाड़ी में सामग्री लेकर चली थी वहां पर अवैध वसूली की गई।



एंट्री दे दी गई फिर गाड़ी गोगाजी बांस होटल पर रोक ली गई। ड्राइवर वहां चाय पीने के लिए रुका था वहां से फिर गाड़ी को वापस लेकर आए फिर वहां पर पैसे लिए और फिर गाड़ी को वापस कर दिया और कहा कि इधर से वापस जाना तो पुलिस वालों को पैसे देकर जाना। वहीं इस हंगामे के बाद पहुंचे हरियाणा पुलिस के अधिकारी ने बताया कि हम लोग मौके पर पहुंचे हैं और साथ ही सरसावा पुलिस भी यहां पर आई थी। जब उनसे पूछा गया कि कोई फायरिंग का मामला भी है क्या, तो इस पर उसने कहा कि इसकी हमें अभी कोई जानकारी नहीं है।

यूपी पुलिस ने क्या किया इसके बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है। वहीं लोगों ने कहा कि वह लोग तो यहां से भाग गए हैं। इस पर मौके पर आए पुलिस अधिकारी ने कहा कि नहीं वह लोग पुलिस स्टेशन में है, सदर थाने में गए हैं। फिलहाल पूरे मामले को वेरीफाई किया जाएगा। उत्तर प्रदेश की शाहजांपुर चौकी में तैनात पुलिस कर्मचारियों पर लगाए गए अवैध वसूली के आरोप कितने सच्चे हैं और कितने झूठे इस बात का तो पूरी जांच के बाद ही पता लग पाएगा।



लेकिन फिलहाल इस हंगामे के बाद यूपी पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं। अब उत्तर प्रदेश के योगी सरकार को भी देखना होगा, क्योंकि वह भ्रष्टाचार मुक्त शासन का दावा कर रहे है। लेकिन उन्ही की पुलिस ने उन दावों की पोल खोल कर रख दी है।अब देखना होगा सीएम योगी इस मामले में क्या एक्शन लेते है।

kamal