जिप बैठक में हंगामें के साथ बॉयकाट

10/11/2017 3:31:23 PM

पानीपत: जिला परिषद की बैठक में कई पार्षदों ने विकास कार्य में घोटाले के आरोप लगाते हुए हंगामा किया। सदस्यों का आरोप है कि बैठक में उनकी बात नहीं सुनी गई तथा उन्होंने बैठक का बॉयकाट कर चेयरपर्सन से इस्तीफे की मांग की।

जिला परिषद की हुई बैठक में जिला पार्षद विनय गुप्ता व दयानंद उरलाना ने कहा कि सदन में कोई चर्चा नहीं की जाती है जिन मुद्दों को हम सदस्य उठाना चाहते हैं, उन्हें दबा दिया जाता है। वहीं बिना चर्चा के ऐसी जगहों पर राशि खर्च की जा रही है जहां घोटाले हो रहे हैं। लघु सचिवालय के कांफ्रैंस हाल में जिला परिषद की बैठक शुरू हुई तो जिला पार्षद विनय गुप्ता व दयानंद उरलाना ने कहा कि 1800 छत के पंखे लगवा दिए, 60 वाटर कूलर लगवा दिए जिनमें घोटाला किया है।

विनय गुप्ता ने कहा कि 15 फरवरी की शिकायत की रिपोर्ट हमारे पास है जिसमें लिखा है कि पैसे का दुरुपयोग किया गया लेकिन उस पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। वहीं जो बैंच बाजार में 3600 रुपए का मिल रहा है उसे 4800 रुपए में क्यों लगवाया जा रहा है। 

उन्होंने बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी से पूछा की सदन में चर्चा के बिना खर्च नहीं किया जा सकता है। पिछले घोटालों की जांच नहीं हुई तथा अगले घोटाले किए जा रहे हैं। वहीं दयानंद उरलाना ने भी कई मामलों की जांच की मांग उठाई तो उन्हें बाहर जाने के लिए कहा गया जिस पर परिषद के कई सदस्यों ने बॉयकाट कर दिया। विनय गुप्ता ने कहा कि दयानंद अकेला बाहर नहीं जाएगा बाकी सदस्य भी उनके साथ जाएंगे। इस पर विनय गुप्ता, दयानंद उरलाना, कृष्ण मलिक, विकास कादियान, श्याम चंद आदि बाहर आ गए। वहीं आशु शेरा समर्थक पार्षद बैठक में रहे तथा उन्होंने बैठक की। 

विकास कार्यों के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध : शेरा
वहीं लघु सचिवालय के कांफ्रैंस हाल में बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद की चेयरपर्सन आशु शेरा ने की। जिला परिषद की उप चेयरपर्सन पुनिता देवी, जिला परिषद के सी.ओ. संजय कुमार, कार्यकारी अभियंता कर्मबीर शर्मा ने विकास कार्यों की जानकारी विस्तार से दी तथा जिला परिषद के पार्षदों के प्रश्नों का भी जवाब दिया। उन्होंने जिला परिषद के पार्षदों को आश्वासन दिया कि जिला परिषद के पास विकास कार्यों के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध है इसलिए सभी पार्षद अपने-अपने क्षेत्रों में करवाए जाने वाले विकास कार्यों के प्रस्ताव जिला परिषद कार्यालय में शीघ्र जमा करवाएं ताकि इस हरियाणा स्वर्ण जयंती वर्ष के अंदर जिला के अधिकतर गांवों को स्मार्ट विलेज बनाया जा सके।