विरंजन सागर महाराज की मां कल लेंगी सन्यास, त्याग देंगी 2 करोड़ की प्रॉपर्टी

11/12/2017 4:35:12 PM

हिसार(ब्यूरो): जैन संत विरंजन सागर महाराज की माता शीला जैन गृहस्थ जीवन का त्याग करके सन्यास ले रही हैं। शीला जैन(75) मूलरूप से मध्यप्रदेश के जबलपुर की रहने वाली है। वे 13 नवंबर को सुबह 4 बजे जैन गर्ल्स सीनियर सेकंडरी स्कूल में अपने बाल उतरवाएंगी। करीब 10 दिन पहले शीला जैन हिसार पहुंची थी। 

विरंजन सागर ने बताया कि उनकी माता शीला जैन की पिछले 10 साल से विराग सागर महाराज के प्रति साधना चल रही हैं। उनकी साधना को देखते हुए विराग सागर महाराज ने दीक्षा देने का निर्णय लिया है। पुराना गवर्नमेंट काॅलेज मैदान में चल रहे पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव स्थल पर सोमवार को शीला जैन गणाचार्य 108 विराग सागर महाराज से दीक्षा ग्रहण करेंगी। महोत्सव स्थल पर 13 नवंबर को दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक दीक्षा देने का कार्यक्रम चलेगा। इससे पहले सुबह 11 बजे शोभा यात्रा निकालकर शीला जैन का स्वागत किया जाएगा। दीक्षा से पहले माता शीला जैन ने जबलपुर में अपनी दो करोड़ की प्रॉपर्टी और अपने परिवार का त्याग कर साध्वी का रूप लेंगी। दीक्षा समारोह के दौरान विराग सागर महाराज शीला जैन को मंत्रों से दीक्षा के संस्कार देंगे। दीक्षा लेने के बाद शीला जैन साध्वी के रूप में सफेद साड़ी में रहेंगी। इस दौरान उनका पूरा परिवार उपस्थित रहेगा।

दीक्षा के बाद शीला जैन दिन में एक समय ही भोजन करेंगी। 10 दिन पहले शीला जैन गाड़ी से हिसार पहुंची थी लेकिन गणाचार्य 108 विराग सागर महाराज से दीक्षा लेने के बाद पैदल विहार करेंगी। उनके तीन बेटे हैं जिनमें से एक का देहांत हो चुका है। उनकी एक बेटी अौर दामाद शिमला में रहता है।