तोगड़िया युग का अंत, वी.एस. कोकजे बने विहिप के नए अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष

4/15/2018 9:21:42 AM

गुरुग्राम(सतीश राघव): पुलिस छावनी बने गुरुग्राम के लोक निर्माण भवन में भारी गहमागहमी के बीच विहिप के नए अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव सम्पन्न हो गया। देशभर से आए विहिप के प्रन्यासी मंडल की मौजूदगी में कुल 192 लोगों ने मतदान किया। जिसमें 131 वोट पूर्व न्यायमूर्ति विष्णु सदाशिव कोकजे को मिले तो राघव रेड्डी के पक्ष में 60 वोट पड़े।

विहिप के केंद्रीय संयुक्त सचिव रहे सुरेंद्र जैन ने चुनाव परिणामों की जानकारी देते हुए बताया कि दो तिहाई बहुमत से कोकजे को अध्यक्ष निर्वाचित किया गया है। उन्होंने कहा कि मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुई और नए अध्यक्ष नई कार्यकारिणी की घोषणा करेंगे। तोगड़िया को संगठन से बाहर किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम घर वापसी वाले लोग हैं और हमारे यहां आने का रास्ता है जाने का नहीं है। चुनाव परिणामों की घोषणा के तुरंत बाद ही अलग से प्रैस वार्ता में डॉ. तोगड़िया ने इसे सत्ता के इशारे पर विहिप की गुलामी करार दिया। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द वह आगे के आंदोलन की घोषणा करेंगे और बड़ा निर्णय करेंगे। डॉ. तोगड़िया ने अपने पुराने मित्र का नाम लिए बिना कहा कि सत्ता के मद में वह चूर है लेकिन चाणक्य ने कहा है कि बड़ी जीत के लिए छोटी लड़ाइयां हारनी पड़ती हैं।

कौन है विष्णु सदाशिव कोकजे
कोकजे का जन्म 6 सितंबर 1939 को  मध्य प्रदेश में हुआ था। इंदौर से LLB करने के बाद 1964 में उन्होंने लॉ की प्रैक्टिस शुरू की। जुलाई 1990 में कोकजे को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट का जज नियुक्त किया गया। कोकजे मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय में 1992 से 1995 तक न्यायाधीश रहे। उसके बाद 2001 में राजस्थान उच्च न्यायालय में न्यायाधीश और मुख्य न्यायाधीश से सेवानिवृत्त हुए। सेवानिवृत्ति के बाद आर.एस.एस. के सह-विभाग संघचालक रहे हैं। उन्होंने भारत विकास परिषद सहित विहिप और अन्य संघ के आनुषंगिक संगठनों में विभिन्न पदों पर कार्य किया है। 2003 से 2008 तक हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रहे।
 

Nisha Bhardwaj