जलवायु को संतुलित करने के लिए जगा रहा जागरूकता की अलख ,साइकिल पर निकला युवक

12/22/2019 4:24:37 PM

कलायत (कुलदीप): जलवायु को संतुलित करने के लिए 23 वर्षीय लोकेश भिवानी ने नेचर विद स्टैंड अभियान शुरू किया है। जिला भिवानी के गांव ढाब-ढाणी निवासी इस युवा ने इसके लिए देश-प्रदेश में जागरूकता की अलख जगाने के लिए साइकिल के माध्यम से 1,200 किलोमीटर का सफर तय करने का निर्णय लिया। इसके तहत लोकेश की साइकिल यात्रा शनिवार को कलायत पहुंची।


आमजन को शुद्ध पर्यावरण प्रदान करने के लिए अव्यवस्था से जंग लडऩे के लिए निकले लोकेश का उसके टीम के साथी विकास लांबा व प्रदीप सिंह के साथ कलायत नगर पालिका में नगर पालिका चेयरपर्सन प्रतिनिधि सङ्क्षलद्र प्रताप राणा की अगुवाई में विश्वकर्मा समाज संगठन नेता धर्मपाल धीमान, हरियाणा अग्रवाल संघर्ष समिति प्रदेशाध्यक्ष बी.डी बंसल, सतीश धीमान, रणबीर धानियां, राजीव राजपूत, भारत मन्नू कपूर, सोमनाथ राणा, बैशाखी राम, धन राज गर्ग, राजेंद्र गर्ग और दूसरे गण्यमान्य लोगों ने अभिनंदन किया। 

नगर पालिका सफाई कर्मियों ने भी नई सोच के राही युवा का पुष्पमालाओं से स्वागत किया। साथ ही उनके मिशन को मूर्त रूप देने में सहयोग का भरोसा लोगों के साथ दिया। लोकेश ने बताया कि देश में निरंतर जलवायु संतुलन बिगड़ रहा है। इससे मानवीय जीवन खतरे में पड़ता जा रहा है। हर कोई इस विषय को लेकर ङ्क्षचतित है। जरूरत इस दिशा में मिशन शुरू करने की है। इसके लिए उन्होंने खुद से जलवायु को शुद्धता का आवरण प्रदान करने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए 15 दिसम्बर को भिवानी से साइकिल यात्रा शुरू की गई।

तौशाम, हांसी, नारनौंद, जींद और नरवाना से होती हुई कलायत पहुंची है। इस दौरान स्कूल-कालेजों के साथ-साथ पंचायत, ब्लाक समिति, जिला परिषद, नगर पालिका और दूसरे निकायों के साथ-साथ आमजन से पर्यावरण संतुलन में सहयोग की अपील की गई है। निर्धारित रूप रेखा के अनुसार यात्रा जागरूकता की अलख जगाते हुए प्रदेश की राजधानी चंडीगढ़ पहुंचेगी। उपरांत देश की राजधानी दिल्ली में केंद्रीय शासन के साथ-साथ पर्यावरण से जुड़े विभागों के समक्ष वर्तमान स्थिति की रिपोर्ट रखी जाएगी। इस बीच पलवल, फरीदाबाद, झज्जर, लौहारू, चरखी-दादारी और संबंधित इलाकों में लोगों के बीच वे पहुंचेंगे। यात्रा के लिए 1 माह का समय तय किया गया है। 

बीमारियों के घेरे में फंस रहे लोग
जलवायु संतुलित करने के सजग प्रहरी बने लोकेश ने बताया कि दिन-प्रतिदिन बढ़ते प्रदूषण के कारण अनाज भी बीमारियों की गिरफ्त में आ गया है। असंख्य लोग रसायन व अन्य कारकों से बिगड़े पर्यावरण के कारण बीमारियों के चक्रव्यूह में फंसे हैं। इस जटिल समस्या के निराकरण की बेहद जरूरत है। इसलिए उन्होंने यह अभियान शुरू किया है।

मांगपत्र में महत्वपूर्ण मांगें शामिल
लोकेश भिवानी ने जलवायु शुद्धिकरण के लिए जो मांग पत्र सरकार के समक्ष रखने का निर्णय लिया है, उसमें जलवायु और पर्यावरण को प्राथमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल करने, बच्चों में पेड़-पौधों, पक्षियों, नदियों, पहाड़ों व प्रकृति के हर खजाने के प्रति आकर्षित करने, उद्योगों से निकलने वाले ठोस कचरे को उन्नत तरीके से विकसित करते हुए मानवीय जरूरत के साधन पैदा करने, जल संचय, भू-जल स्तर बढ़ाने, कृषि नीति में बदलाव, सिंगल यूज प्लास्टिक को बंद करने, पर्यावरण संरक्षण के लिए मजबूत कानून बनाने और दूसरे महत्वपूर्ण विषय शामिल हैं। 

Isha